चुकंदर में पाए जाने वाले पौषक तत्व और इनके फायदे
चुकंदर एक जमीकंद हैं, इसके सुर्ख लाल रंग के कारण यह सब जगह अपनी अलग पहचान रखता है । लेकिन इसमें मौजूद पौषक तत्व भी अपना अलग और विशिष्ट प्रभाव रखतें हैं चुकंदर को अंग्रेजी में Beetroot और लेटिन भाषा में Beta vulgaris कहते हैं, तो आईए जानते हैं चुकंदर में पाए जाने वाले पौषक तत्व और इनके फायदे के बारे में
चुकंदर में पाए जाने वाले पौषक तत्व
अमेरिकन एग्रीकल्चर विभाग के मुताबिक 100 मिलीलीटर चुकंदर के जूस में निम्नलिखित पौषक तत्व मौजूद रहते हैं
1.पोटेशियम ---- 235 मिलीग्राम
2.सोडियम ---- 134 मिलीग्राम
3.केल्सियम ---- 14 मिलीग्राम
4.लोह तत्व ---- 0.5 मिलीग्राम
5.ऊर्जा ---- 38 किलो कैलोरी
6.प्रोटीन ---- 1 ग्राम
7.कार्बोहाइड्रेट ---- 7 ग्राम
8.डायटरी फायबर ----- 3 ग्राम
9.ग्लूकोज ---- 5 ग्राम
इसके अलावा चुकंदर में विटामिन सी,बी कॉम्प्लेक्स बिटालिन्स,इन आर्गेनिक नाइट्रेट ,वल्गाक्सेथिंन,पानी आदि भी प्रमुख रूप से उपस्थित होते हैं।
1.पोटेशियम
पोटेशियम ह्रदय की धड़कन को नियमित करने वाला एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व हैं , पोटेशियम की अनुपस्थिति में ह्रदय की धड़कन अनियमित हो जाती हैं । जिससे टेकीकार्डिया नामक बीमारी हो सकती हैं । चुकंदर का 100 मिलीलीटर जूस प्रतिदिन सेवन करने से ह्रदय की अनियमित धड़कन या टैकीकार्डिया बीमारी में बहुत शीघ्र आराम मिलता है ।
पोटेशियम रक्त नलिकाओं में फैलाव लाता है जिससे कि रक्त का प्रवाह कम होकर रक्तचाप कम हो जाता हैं ।
एक अध्ययन के मुताबिक 30 व्यक्तियों को प्रतिदिन 100 मिलीलीटर चुकंदर का जूस पीनें को दिया गया ,5 दिन बाद जब इनके रक्तचाप को नोट किया गया तो इसमें 10 mm hg की कमी हो गई थी।
2.सोडियम
सोडियम शरीर का इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बनाये रखने वाला एक महत्वपूर्ण तत्व है । शरीर में सोडियम की कमी होने पर हाथ पांवो में खिंचाव हो सकता हैं । चुकंदर में सोडियम प्रचुरता से पाया जाता हैं,जिन लोगों का इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस सही नहीं हो या रक्त में सोडियम की कमी हो उन्हें नियमित रूप से चुकंदर का रस या सलाद के रूप में चुकंदर लेना चाहिए।
3.केल्शियम
चुकंदर में बहुत ही उच्च किस्म का केल्शियम आक्सलेट पाया जाता हैं जो कि हड्डियों के उत्तम स्वास्थ के लिए बहुत आवश्यक होता हैं। यदि फ्रेक्चर को बहुत तेजी से ठीक करना चाहते हो तो प्रतिदिन सुबह के समय 100 मिलीलीटर चुकंदर का जूस पीना शुरू कर दें।
गर्भवती स्त्रीयों यदि चुकंदर का सेवन करना शुरू कर दें तो उसका बच्चा स्वस्थ और मजबूत हड्डी वाला होता हैं।
चुकंदर में मौजूद सिलिका शरीर में कैल्शियम की उपयोगिता को बढ़ाता है जिससे शरीर में कैल्शियम पूरी तरह से हड्डियों द्वारा अवशोषित कर लिया जाता है।
4.डायटरी फायबर
चुकंदर में मौजूद डायट्री फायबर आंतों की सफाई करता हैं। यह भोजन को पचाने में मदद करता है , जिससे कब्ज, अपच,इरीटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS), पाइल्स जैसी बीमारियों में आराम मिलता हैं। चुकंदर को सलाद के रूप में भोजन में शामिल करने से अधिकतम डायट्री फायबर प्राप्त होता हैं । जबकि चुकंदर के रस में कम मात्रा में डायट्री फायबर प्राप्त होता हैं ।
बिटालेन्स betalains
बिटालेन्स betalains चुकंदर में पाया जाने वाला रंजक (pigment) हैं जो चुकंदर को सुर्ख लाल रंग प्रदान करता हैं betalains में एंटी कैंसर, एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं जो कैंसर सेल्स की वृद्धि रोकते हैं। शोधकर्ताओं ने चूहों पर अध्ययन कर बताया कि प्रतिदिन 250 मिलीलीटर चुकंदर का जूस सेवन करने से स्तन कैंसर, मुंह का कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर और किडनी के कैंसर की वृद्धि रुक जाती हैं। मानव में कैंसर सेल्स में वृद्धि रुकने को लेकर परिणाम की प्रतीक्षा है।
चुकंदर का सेवन करने से आस्टियोआर्थराइटिस, किडनी की सूजन, फेटी लिवर, शरीर के अन्य अंगों में आए सूजन में आराम मिलता हैं ।
कार्बोहाइड्रेट
चुकंदर में बहुत ही कम कार्बोहाइड्रेट होता हैं और बहुत अधिक पानी होता हैं, चुकंदर का जूस या चुकंदर का सलाद खाने से वजन घटता है।
चुकंदर में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होने से इसका ग्लाइसेमिक सूचकांक (GI Level of beetroot is 61) भी मध्यम स्तर का होता हैं जिसका मतलब है कि यह सीधे खून में जाकर रक्तशर्करा का स्तर नही बढ़ाता है ।
इन आर्गेनिक नाइट्रेट
चुकंदर में मौजूद इन आर्गेनिक नाइट्रेट शरीर में जाकर नाइट्रिक ऑक्साइड में परिवर्तित हो जाता हैं , विशेषज्ञों के मुताबिक नाइट्रिक ऑक्साइड रक्तनलिकाओं में जाकर रक्तनलिकाओं को फैलाता हैं जिससे खून में रक्त प्रवाह शिथिल हो जाता हैं।
जिन लोगों को उच्च रक्तचाप हैं उन्हें चुकंदर जूस का अवश्य पीना चाहिए ।
नाइट्रिक ऑक्साइड शरीर में आक्सीजन का स्तर बढ़ाने का कार्य करता हैं कोरोना होने पर शरीर में आक्सीजन का स्तर बहुत कम हो जाता हैं अतः चुकंदर जूस पीने से शरीर में आक्सीजन का स्तर बढ़ जाता हैं।
मस्तिष्क में आक्सीजन और खून का स्तर बढ़ने से दिमागी रोग जैसे डिमेंशिया, चक्कर आना, मिर्गी आना, ब्रेन स्ट्रोक का खतरा कम हो जाता हैं ।
चुकंदर में सूक्ष्म पोषक तत्व बोरोन पाया जाता है जो शरीर में एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टोरोन और टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के उत्पादन को बढ़ाकर प्रजनन क्षमता में सुधार लाता है।
चुकंदर में ट्रिप्टोफैन और बेटेन नामक तत्व पाया जाता है जो मन को शांत और एकाग्र रखता है।
चुकंदर खाने के क्या नुकसान होते हैं
जिन लोगों को पथरी है उन्हें चुकंदर खाने से बचना चाहिए क्योंकि चुकंदर में पाया जाने वाला calcium oxalate पथरी को ओर बढ़ा कर सकता हैं ।
इसके अलावा जिन लोगों का ब्लड प्रेशर लो रहता है उन्हें भी चुकंदर का नियमित इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
चुकंदर का स्वाद बहुत कसैला और तीखा होता हैं, जिससे यह मुंह में छाले कर सकता है अतः चुकंदर के रस में टमाटर,गाजर,नमक, शक्कर आदि मिलाकर पीना चाहिए।
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