हर्बल चाय पीनें के फायदे। Benefits of herbal tea
आपने chai sutta bar का नाम तो सुना होगा छोटी सी दुकान से कुछ वर्ष पूर्व शुरू हुआ इनका सफ़र आज देश विदेश में सफलता फैल चुका हैं।
chai sutta bar लोगों को अलग-अलग फ्लेवर की चाय serve करता हैं। लेकिन क्या आप जानतें हैं, हर्बल चाय Herbal Tea यदि आप पीतें हैं तो आपको चाय के स्वाद के साथ रोगों से लड़ने में भी मदद मिलती हैं।
तो आईए आज आपको हर्बल चाय पीनें के फायदे Herbal Tea ke fayde और हर्बल चाय किन रोगों में फायदेमंद है उसके के बारें में बताते हैं।
1.दालचीनी की हर्बल चाय के फायदे☕
दालचीनी हर घर में उपयोग होनें वाला मसाला हैं। दालचीनी का लेटिन नाम Cinnamomum Zeylanicum हैं।
दालचीनी में में Cinamom oil, Eugenol,Cinamaldehyde,Cinnazelamine,और camphor पर्याप्त मात्रा में उपस्थित रहता हैं।
आधा चम्मच दालचीनी पाउडर चाय में डालकर दस मिनट उबालें और इसे सुबह के समय पीयें इस हर्बल चाय पीने के फायदे आपको निम्नलिखित होंगे
1.निम्न रक्तचाप सही होगा ।
2.चेहरा चमकीला और कान्तिवान बनेगा।
3.जोड़ो के दर्द, गठिया, संधिवात में आराम मिलेगा।
4.जिन लोगों को भूख नहीं लगती वे यदि दालचीनी की चाय पीतें हैं तो भूख खुलकर लगना शुरू हो जाती हैं।
5.दालचीनी में मौजूद Eugenol oil बहुत ही उत्तम Bronchodilator होता हैं यदि हम दालचीनी की चाय सुबह शाम पीतें हैं तो अस्थमा, खांसी में आराम मिलता हैं और श्वास प्रक्रिया संतुलित हो जाती हैं।
6.दालचीनी में Camphor मौजूद रहता हैं जब हम दालचीनी युक्त चाय होंठों पे लगातें हैं तो camphor vapour सांस के माध्यम से फेफड़ों में जाती हैं जिससे सांसों की बदबू कम होती हैं और जब यह खूशबू मस्तिष्क में जाती हैं तो मस्तिष्क तरोताजा और तनाव कम होता हैं।
7.दालचीनी युक्त हर्बल टी उत्तम रक्तशोधक मानी जाती हैं अतः जिन लोगों को बहुत अधिक फोड़े फुंसी हो, जिनके खून में W.B.C. का स्तर बढ़ा हो ऐसे लोगों को दालचीनी की चाय अवश्य पीना चाहिए।
8.दालचीनी की चाय मधुमेह के रोगियों को बहुत फायदा पंहुचाती हैं, अतः डायबिटीज के रोगियों को भोजन के बाद बिना दूध की दालचीनी के पावडर और चाय पत्ती को उबालकर बनाई हर्बल टी पीना चाहिए।
2.अदरक की हर्बल चाय पीने के फायदे
अदरक की चाय लगभग हर घर में पी जाती हैं लेकिन हम चाय बनाने के दौरान अदरक बहुत बाद में डालते हैं जिससे अदरक पूरी तरह अपना प्रभाव नहीं दिखा पाती हैं। अतः अदरक चाय का पूरा फायदा उठाने के लिए अदरक पहले और दूध बाद में डालें।
अदरक का लेटिन नाम Zingiber offcinale और अदरक में Borneal जैसे प्राकृतिक शोथहारी तत्व प्रचुरता में पाएं जातें हैं।
1. अदरक युक्त चाय शरीर की ब्लड़ शुगर बहुत तेजी से कम करतीं हैं अतः सुबह खाली पेट अदरक युक्त चाय पीना चाहिए।
2.जिन महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान सुबह उल्टी होती हैं (Morning Sickness) उन्हें खाली पेट कम अदरक वाली दूध युक्त चाय पीना चाहिए।
3.अदरक की चाय माइग्रेन से होने वाले सिरदर्द में बहुत लाभदायक होती हैं,जब भी माइग्रेन का दर्द हो तेज अदरक और चाय पत्ती मिलाकर बिना दूध की चाय बनाकर पीएं।
4.जिन महिलाओं और किशोरियों को मासिक धर्म के दौरान पेट,कमर और पेडू में दर्द की शिकायत रहती हैं (Dysmenorrhoea) उन्हें मासिक धर्म होनें के साथ दिन पहले से अदरक की चाय पीना चाहिए।
5.अदरक में प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट्स प्रचुरता में मौजूद रहते हैं अतः ह्रदय रोग, बुढ़ापा और मोटापे से बचाव हेतू सुबह अदरक युक्त बिना दूध वाली हर्बल टी पीएं।
6.अदरक और चाय पत्ती मिलाकर बिना दूध वाली चाय उपवास के दौरान पीनें से शरीर में मौजूद Free radicals कम हो जातें हैं और कैंसर होने की संभावना कम हो जाती हैं।
3.लौंग की हर्बल चाय पीनें के फायदे
लौंग का लेटिन नाम Syzygium aromaticum हैं। और इसमें Furfuric acid,Beta sitosterol ,N -Amilcarbinol जैसे महत्वपूर्ण तत्व पाए जाते हैं।
लौंग की चाय भी बहुत पी जाती हैं लेकिन लौंग की चाय का औषधी के रुप में ज्ञान बहुत कम लोगों को हैं। कुछ लोग लौंग का प्रयोग सर्दी,खांसी,और दांतों के दर्द में करतें हैं लेकिन लौंग की चाय के कुछ अनसुने फायदे भी हैं।
1.लौंग में मौजूद Beta sitosterol ह्रदय की नसों में मौजूद खराब कोलस्ट्रॉल यानि LDL को पिघला देता हैं और ह्रदय को स्वस्थ्य बनाता हैं।
इसके लिए लौंग और चाय पानी में मिलाकर उबालें इसमें दूध नहीं डालना है यह बिना दूध वाली वाली चाय भोजन के बाद पीना चाहिए।
2.Beta sitosterol प्रोस्टेट कैंसर की संभावना भी समाप्त करता हैं इसके लिए सुबह-शाम लौंग की चाय पीना चाहिए।
3.लौंग की चाय सुबह शाम नियमित पीनें से गठिया, जोड़ों के दर्द में बहुत आराम मिलता हैं। क्योंकि लौंग में मौजूद Methyl salicylate अति उत्तम दर्दनाशक का काम करता हैं।
4.सौंफ की हर्बल चाय पीनें के फायदे
आमतौर पर लोग सौंफ की चाय पीना कम पसंद करते हैं किन्तु यदि इसे औषधि के रूप में लेकर पीया जाए तो सौंफ की चाय पीनें के बहुत फायदे हैं। यदि आप सुबह सौंफ की चाय पीनें में असहज महसूस करते हैं तो इसे रात को या दिन में भी पी सकते हैं।
सौंफ का लेटिन नाम Anethum sowa हैं।
सौंफ में Carvone,Dihydrocarvone,Limonene,Spool Berga otene जैसे तत्व प्रचुरता से पाएं जातें हैं।
1.एसिडिटी होनें पर बिना दूध वाली सौंफ और चाय पत्ती डालकर बनाई हुई चाय भोजन से पहले पीना चाहिए।
2.शोध में साबित हुआ हैं कि सौंफ में मौजूद Dihydrocarvone नामक तत्व एंटी मलेरिया तत्व होता हैं। अतः मलेरिया बुखार में सौंफ से बनी चाय पीना चाहिए।
3.सौंफ में पर्याप्त मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन ए ई सी बी पाए जाते हैं जो शरीर में विटामिन और खनिज तत्वों की पूर्ति कर देते हैं।
4.सौंफ की चाय सुबह शाम पीनें से गले की खराश और गले की जलन में आराम मिलता हैं।
5.सौंफ में मौजूद Limonene एंटी कैंसर तत्व माना जाता हैं, यदि सुबह खाली पेट सौंफ वाली चाय पी जाए तो त्वचा का कैंसर होनें की संभावना कम हो जाती हैं।
5.अजवाइन की हर्बल चाय पीनें के फायदे
अजवाइन का लेटिन नाम Carum copticum हैं। अजवाइन में Phenoloic clycoside,Galactosyloxy,Thymol,P-cymene नामक तत्व प्रचुरता से पाए जाते हैं।
1.सुबह अजवाइन युक्त बिना दूध वाली चाय पीनें से कब्ज में राहत मिलती हैं और पेट खुलकर साफ हो जाता हैं।
2.अजवाइन में मौजूद Phenoloic clycoside सूजन रोधी यौगिक हैं जो शरीर के आंतरिक अंगों जैसे फेफड़ों,लीवर और पेट की सूजन दूर करता हैं।
सुबह शाम खाली पेट बिना दूध वाली चाय अजवाइन चाय पीनें से सूजन कम होती हैं।
2.अजवाइन में मौजूद Thymol त्वचा रोगों में फायदेमंद होता हैं जिन लोगों को फंगल इन्फेक्शन और त्वचा का रूखापन हो उन्हें दूध युक्त अजवाइन की चाय सुबह शाम पीना चाहिए।
3.बलगम अधिक बनने और खांसी में सुबह और रात को सोते समय बिना अजवाइन वाली चाय पीनें से फेफड़ों में जमा बलगम बाहर निकल जाता हैं।
7.कालीमिर्च की हर्बल चाय पीनें के फायदे
कालीमिर्च का लेटिन नाम Piper nigrum हैं। आयुर्वेद ग्रंथों में कालीमिर्च को वातहर,रसायन,और दीपन माना गया हैं।
1.कालीमिर्च की चाय ठंडे मौसम में सुबह-शाम पीनें से सर्दी,खांसी और बार बार छींक आनें में आराम मिलता हैं।
2.बिना दूध वाली कालीमिर्च की चाय बनाकर और ठंडी कर पीनें से दांतों का दर्द और पायरिया में आराम मिलता हैं।
3.कालीमिर्च की बिना दूध वाली चाय सुबह खाली पेट पीने से मोटापा कम होता हैं।
4.कालीमिर्च में मौजूद फ्लेवनॉयड्स रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर शरीर का संचालन सुधारते हैं अतः सुबह शाम कालीमिर्च की चाय पीना चाहिए।
8.मुलेठी की हर्बल चाय पीनें के फायदे
मुलेठी का लेटिन नाम Glycyrrihize glabra हैं। मुलेठी को यष्ठिमधु भी कहते हैं। मुलेठी के बारें में आयुर्वेद ग्रंथों में लिखा हैं
सुस्निगधं बृंहण केश्यं वातपित्तकफापहम्।।सघ:क्षतास्त्रतृटच्छर्दिक्षयशोफव्रणान् हरेत्।।
मुलेठी में starch, Glucose,Asparagine,Liquirin,Isoliquiritin, Glycyrrihize जैसे तत्व पाएं जातें हैं।
1.खाली पेट मुलेठी की चाय पीनें से पेट के छाले ठीक होने में मदद मिलती हैं, क्योंकि इसमें पाया जानें वाला Glycyrrihize पेट के छालों को ठीक करने वाला उत्तम रसायन हैं।
2.मुलेठी में पाया जानें वाला Isoliquiritin एक एंटी डिप्रेशन तत्व हैं जो तेजी से तनाव कम करता हैं। अतः तनावग्रस्त लोगों को मुलेठी की चाय पीना चाहिए।
3.जो लोग बहुत अधिक थकान महसूस करतें हैं उन्हें मुलेठी की चाय पीना चाहिए। क्योंकि मुलेठी में मौजूद स्टार्च और ग्लूकोज को तुरंत ऊर्जा प्रदान करतें हैं।
4.जो लोग नर्वस सिस्टम से संबंधित बीमारियों जैसें डिमेंशिया,मिर्गी,हाथ पांवों में कम्पन आदि से पीड़ित हैं उन्हें मुलेठी की चाय बहुत राहत प्रदान करती हैं क्योंकि इसमें मौजूद Asparagine बहुत उत्तम एमीनो एसिड हैं जो नर्वस सिस्टम को सही रखता हैं।
5.मुलेठी की चाय बढ़ते बच्चों को पीलाने से बच्चें शक्तिशाली और बुद्धिमान बनतें हैं।
6.मुलेठी में मौजूद ग्लूकोज शरीर के ऊर्जा स्तर को बनाए रखता हैं इसके लिए वर्क आउट करने से पहले मुलेठी की चाय बनाकर पीएं।
9.अश्वगंधा की चाय पीनें के फायदे
अश्वगंधा का लेटिन नाम Withania somnifera हैं। अश्वगंधा में Somnifera,Withaniol,Wasamin,Withaminon,Hentriacontane,Phyto Sterol,Amino acid, बहुत प्रचुरता में पाएं जातें हैं।
1.अश्वगंधा में मौजूद Somnifera बहुत उत्तम एंटी इन्फ्लेशन तत्व होता हैं। सुबह शाम अश्वगंधा की चाय पीनें से शरीर के किसी भी अंग में मौजूद सूजन कम होती हैं।
2.अश्वगंधा में पाया जानें वाला Hentriacontane नामक तत्व त्वचा के कैंसर की संभावना समाप्त करता हैं अतः नियमित रूप अश्वगंधा की चाय त्वचा कैंसर वालों को पीना चाहिए।
3.अश्वगंधा की चाय सुबह शाम पीनें से दुबले लोग मोटे होते हैं।
4.अश्वगंधा में उत्तम बाजीकरण रसायन मौजूद रहते हैं जो सहवास के दौरान जोश और ताकत प्रदान करतें हैं।
10.तुलसी चाय पीनें के फायदे
तुलसी का लेटिन नाम Ocimum sanctum तुलसी में मौजूद अनेक गुणकारी तत्व शरीर की बहुत सारी बीमारीयों में फायदेमंद होते हैं जैसे
1.तुलसी की चाय शरीर के बिगड़े हुए कफ को साम्यावस्था में ला देती हैं अतः जिन लोगों को लम्बे समय से खांसी,बलगम और श्वास की समस्या हो उन्हें तुलसी की चाय पीना चाहिए।
2.बिना दूध की तुलसी चाय सुबह खाली पेट पीनें से मोटापा कम होता हैं।
3.जिन बच्चों को पेट में कृमि होती हैं और गुदा द्वार पर खुजली चलती हो उन्हें बिना दूध वाली तुलसी की चाय पीलाना चाहिए।
4.बिना दूध वाली तुलसी की चाय ह्रदय और फेफड़ों को मजबूत बनाती हैं।
11.नमक की चाय पीनें के फायदे
नमक शरीर के लिए महत्वपूर्ण तत्व है जो शरीर की कार्यप्रणाली को सुचारू बनाता हैं। नमक की चाय पीनें के फायदे निम्नलिखित हैं।
1.जिन लोगों का रक्तचाप बहुत कम रहता हैं उन्हें नमक की चाय पीना चाहिए।
2.जिन लोगों को नींद बहुत आती हैं और दिनभर आलस्य बना रहता हैं उन्हें सुबह के समय नमक की चाय पीना चाहिए।
3.जिन लोगों को भूख कम लगती हैं उन्हें सुबह शाम नमक की चाय पीना चाहिए।
12.जीरा की चाय पीनें के फायदे
जीरे का लेटिन नाम cuminum cyminum हैं। ज़ीरे में cuminin,Isoimperaorin,Apigenin और oxalic नामक तत्व प्रचुरता में पाए जाते हैं।
1. जीरे में पाया जानें वाला Isoimperaorin शरीर में मौजूद इन्फेक्शन को समाप्त करता हैं। अतः जिन लोगों का w.b.c. बड़ा हुआ रहता हैं, उन्हें सुबह शाम ज़ीरे की चाय पीना चाहिए।
2.रिसर्च के अनुसार ज़ीरे में मौजूद Apigenin एंटी वायरल,एंटी कैंसर और एंटी डिप्रेशन गुण दर्शाता हैं अतः जिन लोगों को ये सभी समस्याएं होती हैं उन्हें बिना दूध वाली ज़ीरे की चाय पीना चाहिए।
13.ग्रीन टी पीनें के फायदे
ग्रीन टी अलग-अलग तत्वों से निर्मित और औषधीय गुणों से संपन्न चाय हैं जिसका प्रचलन आजकल बहुत हैं।
ग्रीन टी में catechines, caffeine,Theanine, vitamin,beta keratin,folic acid,Saponins,Fluorine,Alfa aminoburytic acid प्रचुरता में पाएं जातें हैं।
तो आइए जानतें हैं ग्रीन टी पीनें के फायदे के बारें में
1. ग्रीन टी में मौजूद catechines एंटीऑक्सीडेंट्स गुण दर्शाता हैं जो शरीर में मौजूद खराब कोलस्ट्रॉल को कम करता हैं। मोटापा कम करता हैं और एंटी कैंसर होता हैं।
2.ग्रीन टी में मौजूद caffeine थकावट और आलस्य भगाकर व्यक्ति को ऊर्जा प्रदान करता हैं।
3.जिन लोगों को उच्च रक्तचाप की बीमारी हो उन्हें ग्रीन टी का सेवन अवश्य करना चाहिए क्योंकि इसमें मौजूद Theanine रक्त नलिकाओं पर दबाव कम कर रक्तचाप कम करता हैं।
4.ग्रीन टी में मौजूद बीटा कैरोटिन आंखों के स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण तत्व है यह तत्व आंखों की मांसपेशियों को लचीला बनाकर आंखों की रोशनी को बढ़ाता हैं।
5.जिन लोगों का बुखार नहीं उतरता उन्हें ग्रीन टी का सेवन करना चाहिए क्योंकि ग्रीन टी में मौजूद Saponins एंटी इन्फ्लुएन्जा गुण दर्शाता हैं।
6.ग्रीन की में मौजूद Fluorine दांतों में ठंडा गरम लगने का प्रभावी समाधान करता हैं। इसके लिए गुनगुनी ग्रीन टी मुंह में कुछ देर घूमाकर उतारें।
7.जिन लोगों को बहुत अधिक गुस्सा आता है उनके लिए Alfa aminoburytic acid बहुत उत्तम माना जाता हैं। यह तत्व खून की नस को फैला कर रक्तचाप कम कर देता हैं जिससे गुस्सा समाप्त हो जाता हैं।
8.ग्रीन टी में निम्बू मिलाकर पीनें से शरीर का शुद्धिकरण हो जाता हैं और वजन नियंत्रित होता हैं।
14.गिलोय की चाय पीनें के फायदे
गिलोय का लेटिन नाम Tinospora cordifolia हैं। गिलोय में Giloin,Tinosporic acid,Vasa alcohol और Barberin नामक तत्व प्रचुरता से पाएं जातें हैं।
1.Tinosporic acid एंटी बेक्टेरियल गुण दर्शाता हैं अतः बेक्टेरियल इन्फेक्शन में गिलोय की चाय बिना दूध वाली पीना चाहिए।
2.गिलोय भोजन के ग्लाइसेमिक इंडेक्स को कम कर देता हैं। जिससे भोजन में मौजूद शक्कर शरीर में धीरे-धीरे घुलती हैं। अतः भोजन के बाद गिलोय की चाय पीनें से मधुमेह रोग आराम मिलता हैं।
3.गिलोय रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर व्यक्ति को बीमारियों से बचाती हैं अतः जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती हैं उन्हें गिलोय की चाय अवश्य पीना चाहिए।
15.इलायची की चाय पीनें के फायदे
चाय का स्वाद और Aroma बढ़ाने के लिए लगभग हर घर में इलायची की चाय बनाकर पी जाती हैं। लेकिन बहुत कम लोग इलायची की चाय के फायदों के बारें में जानतें हैं।
इलायची का लेटिन नाम Elettaria cardamomum हैं। और इसमें Cineole,Turpeniol,Turpenin,Linolin,और Cevinine प्रचुरता से पाएं जातें हैं।
1.इलायची में मौजूद Cineole आटो इम्यून बीमारियों को शरीर में बढ़ने से रोकता हैं और शरीर में मौजूद सूजन को कम करता हैं।
2. इलायची की चाय पीनें से शरीर मिर्गी और शरीर में झटके आनें की बीमारी में राहत मिलती हैं क्योंकि इसमें मौजूद Turpeniol एक एंटी कन्वलशन तत्व हैं।
3.इलायची में मौजूद एक अन्य महत्वपूर्ण तत्व Terpenin हैं जो एंटी माइक्रोबियल होता हैं। अतः इलायची की चाय पीनें से शरीर से बेक्टेरियल इन्फेक्शन समाप्त करने में मदद मिलती हैं।
4.जिन लोगों की त्वचा बहुत रुखी और भद्दी होती हैं उन्हें सुबह शाम बिना दूध की इलायची युक्त चाय पीना चाहिए क्योंकि इलायची में मौजूद Linolin एक प्रकार का नेचुरल वेक्स होता हैं। जो त्वचा में नमी और निखार लाता हैं।
5.इलायची की चाय पीनें से शारीरिक संबंध बनातें समय अतिरिक्त जोश मिलने में मदद मिलती हैं अतः जो लोग प्रतिदिन इलायची की चाय पीतें हैं वह अपने जीवनसाथी के साथ लम्बें समय तक सेक्स करतें हैं।
6.जिन लोगों को पेशाब रुक रुक कर आती है उन्हें इलायची की बिना दूध वाली चाय पीना चाहिए इससे उन्हें पेशाब खुलकर आती हैं।
16.पलाश फूल की चाय पीनें के फायदे
पलाश जिसे खाकरा भी कहते हैं का लेटिन नाम Butea Monosperma हैं। पलाश की चाय पीनें से निम्न फायदे होते हैं।
1.बिना दूध की पलाश के फूलों की चाय सुबह शाम खाली पेट पीनें से स्त्रियों का बांझपन दूर करने में मदद मिलती हैं।
2.जिन लोगों को त्वचा संबंधी रोग जैसे मुहांसे, खुजली आदि हो तो उन्हें नियमित रूप से बिना दूध वाली चाय पीना चाहिए।
17.मैथीदाना की चाय पीनें के फायदे
मैथी का लेटिन नाम Trigonella Foenum Graecum हैं।
1.मैथीदाना की चाय जो कि गुड़ मिलाकर बनाई गई हो की हर्बल टी सुबह-शाम पीनें से शरीर में कैल्शियम का अवशोषण बढ़ता हैं।
2.दूध पीलाने वाली महिलाओं में यदि दूध कम आता हो तो मैथी की हर्बल टी सुबह-शाम पीलाएं इससे दूध की मात्रा बढ़ेगी और बच्चें में कैल्शियम की कमी नहीं होगी।
3.मैथी में मौजूद विटामिन और मिनरल शरीर के सभी अंगों की कार्यक्षमता बढ़ाकर शरीर को हष्ट-पुष्ट रखता हैं।
4.कसूरी मैथी की चाय शरीर का वजन घटाती हैं अतः सुबह खाली पेट कसूरी मेथी की चाय पीना चाहिए।
18.हींग की चाय पीनें के फायदे
1.हींग की चाय बिना दूध वाली बनाकर पीनें से सर्दी, खांसी और श्वास रोगों में फायदेमंद होता हैं।
2.बिना दूध वाली हींग की हर्बल टी सुबह शाम पीनें से गैस,अपच,और पेट दर्द में आराम मिलता हैं।
हर्बल चाय कब पीना चाहिए
हर्बल चाय बनाने के तुरंत बाद ही पीना चाहिए।लम्बें समय बाद उपयोग की जानें वाली हर्बल टी के औषधीय गुण समाप्त हो जातें हैं और ऐसी हर्बल टी फायदा पहुंचाने की अपेक्षा नुकसान पहुंचाती हैं।
आईए जानतें हैं ऐसी हर्बल टी के क्या नुकसान होते हैं
• पेट दर्द हो सकता हैं
• पेट में गैस,अपच हो सकती हैं
• हर्बल टी में फर्मेंटेशन की प्रक्रिया शुरू हो सकती हैं जिससे चाय का स्वाद बदल सकता हैं
अतः हर्बल टी के नुकसान से बचने के लिए आप हर्बल टी तभी बनाए जब आपको आधे घंटे के अंदर हर्बल टी पीना हो।
Author- healthylifestyehome
Reviewed by
Dr.P.K.Vyas
BAMS, Ayurveda Ratna
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