शिशुओं की मालिश, आपके और आपके शिशु के बीच सकारात्मक स्पर्श के माध्यम से संवाद का एक जादूई, घनिष्ठ, और प्यार भरा तरीका है। स्पर्श ही वह पहली भाषा है, जिसे शिशु समझते हैं। और प्रतिक्रिया करते हैं। अपने शिशु को पोषण देने और देखभाल करने का यह सबसे सरल और सबसे असरदार तरीका है। इसके अलावा, यह आपके शिशु को आपके स्नेह के बंधन में भी बांधता है। बेबी मालिश, हमेशा ही हमारी परम्परागत संस्कृति का हिस्सा रहा है और इसमें आपके शिशु तथा आपके लिए भी ढेरों लाभ छिपे हुए हैं।
शोध अध्ययनों से पता चला है कि शिशु की मालिश करने से चमत्कार हो सकता है यह चिल्लाना, चिडचिड़ापन कम कर सकते हैं, तथा रात में अच्छी नींद देता है। यह आपके शिशु की भावनात्मक स्वस्थता और हड्डियों को मजबूत करने के लिए भी अच्छा है।
शिशुओं की मालिश कब करना चाहिए
ऐसा वक्त चुनें जब आप और आपका शिशु सहज और शांत हों। शिशु को आहार देने के बाद मालिश करने की सलाह दी जाती है।
दोपहर के शुरुआती समय को ठीक माना जाता है, क्योंकि इस वक्त मौसम में गर्माहट रहती है, शिशु जागृत, आपके स्पर्श के लिए तैयार होता है और भूखा या चिड़चिड़ा नहीं होता, इसलिए अधिक सक्रिय व रूचिकर तरीके से शिशु इसे स्वीकार करता है। सभी जरूरी चीजें अपनी आसान पहुंच में रखें: मालिश के लिए तेल, तौलिया, साफ डायपर्स, और कपड़े ।
5 easy Baby massage steps। शिशुओं की मालिश के 5 आसान स्टेप्स
अधिक जटिल मालिश जरूरी नहीं है। यह सरल तकनीक आप व आपके शिशु दोनों के लिए फायदेमंद रहेगी।
स्टेप 1
शिशु के पांवों से शुरू करें। शिशु की जांघों, टांगों और टखनों पर बेबी मालिश ऑयल लगाएं। एक बार में एक पैर उठाएं और हल्के दबाव के साथ हाथ फिराएं। जांघ से टखने की ओर कोमलता से मालिश करें। अब, पैर को कई बार सीधी ओर तथा विपरीत ओर घुमाएं, और अंत में पांवों की प्रत्येक अंगुली को धीरे से खींचें ।
स्टेप 2
बांहों पर भी इसी तरह नीचे की ओर हाथ ले जाते हुए मालिश करें, कंधों से शुरू करें और अंगुलियों तक जाएं। मालिश के लिए अपने अंगूठे व हाथों की दो अंगुलियों का इस्तेमाल करें और शिशु की प्रत्येक अंगुली को आहिस्ता से खींचें।
स्टेप 3
अपने शिशु के शरीर के ऊपरी भाग की मालिश करने के लिए, सीने से बाहर की ओर अपने दोनों हाथों से घेरा बनाते हुए हाथ ले जाएं। अब, हल्का दबाव डालें और बारी-बारी से अपने हाथ शिशु के सीने से नीचे जांघों तक फिराएं।
स्टेप 4
पीठ की ओर मालिश करने के लिए, शिशु के सिर और गर्दन को सहारा देते हुए उसकी कांख के नीचे एक ओर पकड़ते हुए उसे घुमाएं। खाली हाथ की हथेली से पीठ पर मालिश करें। जब बच्चा अपना सिर ऊपर रोक सके, तो उसे पेट के बल लिटाएं और रीढ़ के दोनों ओर दोनों हाथों से गोल-गोल धेरा बनाते हुए गर्दन से नीचे कूल्हों तक फैलाते हुए, मालिश करें।
स्टेप 5
अगर आपके शिशु को यह अच्छा लगे, तो चेहरे की मालिश करने के लिए हल्के हाथों से गोल-गोल अंगुलि को घुमाएं, माथे से शुरू करें और गालों तथा पीछे तक हाथ ले जाएं।
शिशुओं की मालिश करतें समय ऐसा जरूर करें
शिशुओं की मालिश करतें समय ऐसा कभी नहीं करें
शिशुओं की मालिश के लिए कोन सा तेल इस्तेमाल करना चाहिए
• तिल का तेल
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