सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

जनवरी, 2016 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

जीका वायरस [Zika virus] से बचाव के आयुर्वेदिक नुस्खे

जीका वायरस क्या होता है Zika virus  "जीका वायरस" flaviviridae कुल का वायरस हैं, जो कि "aedes aegypti" मच्छर के शरीर में मोजूद रहता हैं, यदि संक्रमित मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता हैं,तो वह व्यक्ति जीका वायरस की चपेट में आ जाता हैं.यह वायरस लैंगिक सम्पर्क से भी फैलता हैं. जीका वायरस Zika virus का इतिहास Zika virus पहली बार अफ्रीकी देश युगांडा में सन् 1947 में बंदरों में पाया गया था, जबकि मानवों में इसका सबसे पहला संक्रमण सन् 1952 में युगांडा में ही पाया गया था।  जीका वायरस एक महामारी के रूप में सन् 1960 और 1980 के दशक में अफ्रीका, एशिया, अमेरिका और प्रशांत महासागर के निकटवर्ती देशों में फैला था। जीका वायरस के लक्षण जी का वायरस का प्रभाव डेँगू  से पीड़ित व्यक्ति के समान होता हैं,अत: कभी -कभी डेँगू  और जी का वायरस से पीड़ित व्यक्ति में  बिना विस्तृत जाँच के भेद कर पाना चिकित्सा जगत के लियें थोड़ा मुश्किल हैं. फिर भी कुछ सामान्य लछण निम्न हैं १.सम्पूर्ण शरीर पर लाल दानें . २. जोंड़ों में दर्द के साथ हल्का से तेज बुखार. ३.माँसपेशियों में खिंचाव.