पंचकोसी यात्रा #पंचक्रोसी या पंचकोसी यात्रा क्या हैं उज्जैन की पंचकोसी यात्रा की बात करने से पहले हम उज्जैन की बात कर लेते हैं, उज्जैन धार्मिक और पोराणिक नगरी हैं.जहाँ द्धादश ज्योर्तिलिंगों में से एक बाबा महाकाल विराजित हैं.बाबा महाकाल महाकाल वन के मध्य में विराजित हैं,जिनके चारों और चारों दिशाओं में चार द्धारपाल भी शिवलिंग रूप में विराजित हैं. पंचकोसी यात्रा मार्ग व्यक्ति महाकाल की भक्ति इन चारों द्धारपालों जो कि शिवलिंग के रूप में विराजित हैं,महाकाल वन में भ्रमण के साथ करें,तो उसे न केवल महाकाल की कृपा प्राप्त होती हैं. वरन व्यक्ति स्वास्थ्य ,योवन,धन,ऐश्वर्य और चिरकालिक परमानंद को भी प्राप्त करता हैं. इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर उज्जैन में अनादिकाल से पंचक्रोसी या पंचकोसी यात्रा चल रही हैं. जिसे उज्जैन की पंचकोसी कहते हैं। उज्जैन की पंचकोसी यात्रा का वर्णन स्कंदपुराण में भी हैं.जिसमें कहा गया हैं,कि काशी में जीवनभर रहनें से जितना पुण्य अर्जित होता हैं,उतना पुण्य बैशाख मास में मात्र पाँच दिन महाकाल वन में प्रवास करनें ...
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