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फंगल इन्फेक्शन। fungal infection। प्रकार, कारण, लक्षण और उपचार

फंगल इन्फेक्शन।fungal infection। प्रकार, कारण, लक्षण और उपचार भारत समेत दुनियाभर के चिकित्सक और वैज्ञानिक इस समय फंगल इन्फेक्शन fungal infection के बदलते रूप और फंगल इन्फेक्शन fungal infection के घातक होते प्रभाव को लेकर बहुत चिंतित हो रहें हैं ।  फंगल इन्फेक्शन का यह घातक रूप त्वचा,आँख,फेफडों,रक्त,हड्डी तक को निशाना बना रहा हैं । ऐसे समय में सबसे जरूरी हो जाता हैं कि fungal infection के प्रकार को समझकर फंगल इन्फेक्शन का इलाज fungal infection ka ilaj किया जावें ।  तो आईयें फंगल इंफेक्शन के बारें में ,फंगल इन्फेक्शन के कारण,लक्षण, प्रबंधन और फंगल इन्फेक्शन के घरेलू उपचार के बारें में  फंगल इन्फेक्शन fungal infection क्या होता हैं ? फंगस जल,प्रथ्वी,आकाश में रहनें वाला अतिसूक्ष्म जीव हैं कुछ फंगस मानव,पशु,पौधों के लिए उपयोगी होतें हैं तो कुछ फंगस मनुष्य को नुकसान पहुँचानें वाले होतें हैं ।  यदि मनुष्य का प्रतिरोधक तंत्र हानिकारक फंगस से लड़नें में अक्षम हो जाता हैं तो फंगस मनुष्य को बीमार बना देतें हैं । ये फंगस प्रभावित व्यक्ति के भौतिक सम्पर्क,संक्रमित वस्तुओं के उपयोग से फैलतें हैं । फ

कोरोनावायरस नई नस्ल Corona virus new strain जानियें ब्रिटेन में वायरस किस तरह बदला

 कोरोनावायरस नई नस्ल Corona virus new strain ::: भारत में एक ओर कोरोनावायरस फैलनें की रफ्तार धीरें धीरें कम हो रही हैं । वहीं सूदूर यूरोप के देशों जैसें इटली, डेनमार्क ,नीदरलैंड और आस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका में कोरोनावायरस के नए स्ट्रेन Corona virus new strain नें आमजनों के साथ चिकित्सा विशेषज्ञों को गंभीर चिंता में डाल दिया हैं । क्योंकि कोरोनावायरस का यह नया स्ट्रेन corona virus new strain पहले के कोरोनावायरस से 70 प्रतिशत अधिक संक्रामक है । तो आईयें जानतें हैं कोरोनावायरस के स्ट्रेन में बदलाव किस प्रकार का आया हैं । कोरोनावायरस कोरोनावायरस का नया स्ट्रेन Corona virus new strain कोरोनावायरस के नए स्ट्रेन में बदलाव मुख्यत: वासरस के स्पाइक प्रोटीन spike protien से जुड़ा हुआ हैं । स्पाइक प्रोटीन वायरस की बाहरी संरचना होती हैं जो मनुष्य की स्वस्थ्य  कोशिकाओं से चिपककर उन्हें संक्रमित कर देती हैं ।  ब्रिटेन के शोधकर्ताओं नें कोरोनावायरस वायरस के इस नए बदलाव को या म्यूटेशन को N 501 Y नाम दिया हैं । जो ब्रिटेन के 11 सौ लोगो में पाया गया है ।  कोरोनावायरस में बदलाव क्यों हो रहा हैं ? कोरोन

गर्भावस्था के प्रथम तीन माह में किये जानें वाले योगासन और गर्भावस्था में खानपान pregnancy yoga in hindi and Diet plan for pregnancy in hindi

 "गर्भावस्था के प्रथम तीन माह में किये जानें वाले योगासन Pregnancy yoga in hindi" ::: गर्भावस्था किसी भी स्त्री के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता हैं । भारत के सभी समाजों में गर्भावस्था के साथ स्त्री को संपूर्ण माना जाता हैं माँ बनने के इस चरण में या गर्भ धारण करनें के दौरान स्त्री के शरीर में कई हार्मोनल बदलाव होतें हैं । शरीर में थकावट, चेहरा निस्तेज,जी मचलाना,उल्टी होना,भूख नहीं लगना जैसी समस्या गर्भावस्था के दौरान बहुत ही आम बन जाती हैं । कुछ समय तक तो ये समस्याए ठीक मानी जाती हैं किंतु लम्बें समय तक गर्भवती को यह समस्या बनी रहती हैं तो स्त्री के साथ उसके गर्भस्थ शिशु का स्वास्थ भी नकारात्मक रूप से प्रभावित होता हैं। किंतु यदि हम गर्भावस्था की शुरूआत से कुछ योगाभ्यास करना शुरू कर दें तो उपरोक्त समस्याए तो कम होती हैं इसके अलावा नार्मल डिलेवरी Normal delivery ,जी मचलाना, उल्टी होना जैसी समस्या भी कम होकर जच्चा बच्चा स्वस्थ रहता हैं ।  गर्भावस्था का प्रथम माह स्त्री के शरीर में महत्वपूर्ण हार्मोनल बदलाव का समय होता हैं । इस दौरान निम्नलिखित योगासन करनें से स्त्री

ozone therapy : ओजोन थेरेपी क्या होती हैं, इसका उपयोग किन बीमारियों में होता हैं

Ozone therapy : ओजोन थेरेपी क्या होती हैं ?  Ozone therapy ओजोन गैस हमारें वायुमंडल के ऊपरी भाग के stratosphere यानि समताप मंडल में पाई जाती हैं ।  यह गैस प्रथ्वी पर आनें वाली खतरनाक पराबैंगनी किरणों को प्रथ्वी पर आनें से रोकती हैं । ओजोन आक्सीजन के तीन अणु से मिलकर बनती हैं । जब आक्सीजन के अणु पर वायुमंडलीय तड़त  झंझा (बिजली) गिरती हैं तो आक्सीजन के अणु संयुक्त होकर ओजोन गैस का निर्माण करतें हैं । ओजोन गैस रंगहीन गैस होती हैं ।   ओजोन थेरेपी ozone therapy चिकित्सा विज्ञान के लिए नई तकनीक हैं । जिसनें हाल ही के वर्षों में बहुत अधिक लोकप्रियता अर्जित की हैं । ozone therapy ओजोन थेरेपी  कैसें काम करती हैं  विशेषज्ञों द्धारा नियत्रिंत मात्रा में शरीर में दी गई ओजोन आँतरिक या बाहरी अंगों के सम्पर्क में आती हैं तो शरीर में आक्सीजन की आपूर्ति बड़ा देती हैं जिससे विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जातें हैं और संबंधित अंग स्वस्थ्य हो जाता हैं। ओजोन थेरेपी ozone therapy के माध्यम से निम्नलिखित बीमारीयों का इलाज सफलतापूर्वक किया जाता हैं । श्वसनतंत्र की समस्याओं में ओजोन थेरेपी ozone therapy हमारें फेफड