अमरूद में पायें जानें वालें पोषक तत्व Nutrition value of guava in Hindi
अमरूद को जामफल,जाम ,अफ्रीकी सेब आदि नामों से पुकारा जाता हैं ।
अमरूद की उत्पत्ति अमेरिका के ऊष्णकटिबंधीय भागों और वेस्टंडीज से मानी जाती हैं ।
पका हुआ अमरूद स्वाद, और पौष्टिकता से भरपूर होता हैं ।
आईये जानतें हैं 100 ग्राम अमरूद में पाये जानें वालें पौषक तत्वों की मात्रा को
फाइबर ।। 22 ग्राम
प्रोटीन ।। 05 ग्राम
फास्फोरस ।। 03%
पोटेशियम ।। 03%
काँपर ।। 03 %
मैंगनीज ।। 03 %
मेग्नेशियम ।। 03 %
विटामीन c ।। 380%
विटामीन A. ।। 12%
विटामीन E. ।। 04%
विटामीन B. ।। 05%
फाँलिक एसिड़ ।। 12%
० अमरूद विटामीन A का अच्छा स्त्रोंत हैं जिसके सेवन से नेत्र ज्योति बढ़ती हैं ।
० अमरूद में पाया जानें वाला उच्च किस्म का फायबर कब्ज मिटाकर आँतों की सफाई करता हैं ।
० दाँतों से सम्बधित बीमारी जैसें पायरिया ,दाँत कमजोर होना,आदि में अमरूद का सेवन बहुत फायदेंमंद रहता हैं ।
० अच्छी health healthylifestyle के लियें अनिवार्य शर्त हैं। अमरूद प्रतिरक्षा प्रणाली को कमज़ोर करनें वायरस से शरीर की रक्षा करता हैं ।
० अमरूद में पाया जानें वाला विटामीन E स्त्रीयों की माहवारी को नियमित करता हैं । साथ ही बांझपन की संभावना समाप्त करता हैं ।
० गर्भवती स्त्री यदि अमरूद का सेवन करती हैं तो हिमोग्लोबिन की कमी नही होती हैं ।
० अमरूद के बीज बहुत अच्छे पाचक मानें जातें हैं अमरूद सेवन से भोजन बहुत जल्दी पच जाता हैं ।
० अमरूद खानें से मुुुुुुुुुंह के छाले बहुत तेजी से ठीक हो जाते हैं ।
अमरूद |
० अमरूद त्वचा पर मुहाँसे होनें की संभावना समाप्त कर देता हैं ।
० अमरूद स्तन कैंसर की संभावना कम कर देता हैं ।
० अमरूद थायराइड़ ग्रंथि के लियें उपयोगी फल हैं अमरूद के सेवन से थायराइड़ ग्रंथि की कार्यप्रणाली सुचारू रूप से चलती रहती हैं ।
० अमरूद का सेवन करनें से मोटापा नियंत्रित होता हैं ।
० अमरुद में पाया जाने वाला विटामिन बी मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह बेहतर बनाता है जिससे ब्रेन स्ट्रोक,ब्रेन हेमरेज होने की संभावना नही होती हैं ।
० अमरुद में बहुत ज्यादा फायबर fiber और थोड़ी मात्रा में ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता हैं जिससे रक्त शर्करा blood glucose control नियंत्रित होती हैं ।
० अमरुद में पाया जाने वाला फोलिक एसिड folic acid गर्भस्थ शिशु के मस्तिष्क का सही विकास करता हैं ।
० पके हुए अमरूद के 100 ग्राम बीजों को पीसकर इसमे पानी और शक्कर मिला ले । अब इस मिश्रण को दिन में चार पाँच बार थोड़ा थोड़ा कर पीयें । इस प्रयोग पित्त विकारों में शीघ्रता से लाभ पहुंचता हैं ।
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