१.तालिसादी चूर्ण :::
कासश्वासरूचिहरं तच्चूर्ण दीपनं परम्।ह्रतपाणडुगरहणीरोगप्लीहशोधज्वरापहम्।छर्घतीसारशूलघ्नं मूढवातानुलोमन्।।
तालिसादी चूर्ण खाँसी,श्वास ,पाचन,पीलिया ,शोध ,ज्वर जैसी समस्याओं के लियें बहुत महत्वपूर्ण औषधी हैं ।
तालिसादी चूर्ण की घटक औषधी
1.तालिस पत्र Abies webbiana
2.दालचीनी cinnamomum zeylanicum
3.पीप्पली piper longum
4.इलायची Elettaria cardamomum
उपयोग uses
सामान्य सर्दी खाँसी ,सूखी खाँसी, अस्थमा, ज्वर में उपयोगी
1.तालिसादी चूर्ण अपच,भूख न लगना की सर्वोत्तम औषधी हैं ।
2.सांस लेनें में परेशानी की तालिसादी चूर्ण उत्तम औषधी मानी जाती हैं ।
3.एलर्जी से उत्पन्न खाँसी की का शमन करती हैं ।
4.फेफड़ों में जमा बलगम phlegm को निकालकर फेफड़ों को स्वस्थ बनाती हैं ।
उपयोग मात्रा
वैधकीय परामर्श से
२.वैश्वानर चूर्ण vaishwanar churns
पीतं जयत्यामवातं गुल्मं ह्रदस्तिजान गदान । प्लीहानं ग्रन्धिशूलादीनशार्स्यानाहमेव च ।। विबंध वातजानम् रोगांस्तथैव हस्तपादजान्।वातनुलोमनमिंदं चूर्ण वैश्वानरं स्मृतम ।।
वैश्वानर चूर्ण के घटक द्रव्य
1.सैन्धा नमक sodii color is um
2.अजवाइन carum Copticum
3.अजमोदा apium graveolans
4.सौंठ Zingiber officinale
5.हरड़ Terminalia chebula
वैश्वानर चूर्ण के उपयोग
1.कब्ज
2.पेटदर्द
3.गठिया
4.वातरोग
5.मांसपेशियों में दर्द
6.पाखाना न आना
मात्रा
छाछ,घी या लस्सी से मात्रा वैघकीय परामर्श से
३.महासुदर्शन चूर्ण
एतत्सुदर्शनं नारदचूर्ण दोषत्रयापहम्।ज्वरांश्च निखिलान्हन्यान्नात्र कार्या विचाराणा ।।शीतज्वरैकाहिकादीन्माहं तन्द्रां भ्रम तृषाम ।श्वासं कासं च पाण्डुं च ह्रदरोगं हन्ति कामलाम् ।। सुदर्शनं चक्रं दानवानां विनाशनम् । तदज्ज्वराणां सर्वेषामिदं चूर्ण परणाश्नम् ।।
महासुदर्शन चूर्ण के घटक द्रव्य
1.सुदर्शन crinum latifolium
2.चिरायता Swertia chirayta
3.कुटकी pichrorhiza kurroa
4.पिप्पली piper longum
5. गिलोय Tinospora cordifolia
6.पित्तपापड़ा fumaria indica
7.आँवला Emblica offcinalis
8.हरड़ Terminaia chebula
9.बहेड़ा Terminalia bellirica
10. नीम Azadirecta indica
11.मुलेठी Glycrrhize glabra
12.कुटज Holarrhena antidysenterica
13.अतीस Aconitum hetrophylum
14.देवदारू cedrus deodars
15.वायबिडंग Embelia robes
16.पुष्करमूल Inula racemosa
17.दालचीनी Cinnamomum zeylanicum
18.इलायची Elettaria cardamomum
19.लोंग Syzygium aromaticum
20. चित्रक Plumbago zeylanica
21.त्रिकटु piper longum, zingiber officinale, piper nigrum
22.सफेद चंदन
23.शालपर्णी
24. इन्द्र जो
25.चव्य
26.फिटकरी
27.वंशलोचन
28.करंज बीज
29.कालमेघ
30.प्रसातपर्णी
31.पंखर आदि
उपयोग
1.मलेरिया बुखार में उपयोगी
2.बदन दर्द,सर्दी जुकाम में लाभकारी
3.सभी प्रकार के बुखार में उपयोगी
4.एकांतरित ज्वर Typhoid fever
5.इसके सेवन से digestive juice बननें की प्रक्रिया तेज हो जाती हैं ।
मात्रा
भोजन उपरांत दूध के साथ चिकित्सक के परामर्श से
४.मुलेठी चूर्ण
सुस्निगधं बृहण केश्यं वातपित्तकफापहम् । सघ:क्षतास्त्रतृटच्छर्दिक्षयशोफव्रणान् हरेत् ।।
घटक द्रव्य
मुलेठी Glycyrrihize glabra
उपयोग
1.अस्थमा
2.Allergic bronchitis
3.स्वरभंग
4.खाँसी
५.दाड़िमाष्टक चूर्ण
कर्षोन्मिता तुगाक्षीरी चातुर्जातं द्धिकार्पिकम् । यमानीधान्यकाजाजी ग्रन्थिव्योषं पलांशकम्।। पलानि दाडिमादष्टौ सितायाश्चैकत: कृतम। गुणै: कपित्थाष्टकवच्चूर्णमेतन्न संशयज:
घटक द्रव्य
1.अनार punica granatum
2.दालचीनी Cinmamomum zeylanicum
3.इलायची Elettaria cardamomum
4.हींग
5.सैंधानमक
6.सफेद जीरा
7.निम्ब सत्व
5.सैंधानमक
6.सफेद जीरा
7.निम्ब सत्व
उपयोग
1.भोजन में अरूचि
2.एसिडिटी
3.कब्ज
4.वातनाशक
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