शिलाजित::-
शिलाजित हिमालय,तिब्बत और काकेसस पहाड़ी के 1000 से 5000 मीट़र ऊँचाई पर पायी जानें वाली दुर्लभ औषधि हैं.यह औषधि चट्टानों पर पायी जाती हैं.इसका रंग धूसर काला से लगाकर हल्का पीलापन लियें होता हैं, गर्मीयों में यह औषधि चट्टानों से पिघलकर गिरती रहती हैं. हमारें रिषी मुनियों ने पाँच हजार वर्ष पूर्व से ही इसकी महत्ता को प्रमाणित करते हुये लिखा हैं
शिलाजं कटु तिक्तोष्णं कटुपाकं रसायनम् छेदि योगवहं हन्ति कफमे हाश्मशर्करा मूत्रकृच्छ छयं श्वासं वाताशार्सि च पाण्डुताम् अपस्मारं तथोन्मादं शोथकुषटोदरक्रिमीन.
घट़क द्रव्य::
शिलाजित का मुख्य घट़क फिलविक एसिड़ हैं,इसके अलावा इसमें ह्यूमिक एसिड़, फास्पोलिपिड़, पाँलीफिनोल समूह, अनेक खनिज़ पदार्थ विटामिन ए,बी,सी,और पी पाया जाता हैं.इसके अलावा गोण खनिज़ पदार्थ जैसे कोबाल्ट,निकल,कापर,जिंक,मेंगनिज़,और लोह तत्व प्रचुरता में पाये जातें हैं.
शिलाजीत के फायदे ::-
चायना आज खेल दुनिया की महाशक्ति हैं इसके पिछे उनकी कठोर मेहनत के अलावा शिलाजित का भी महत्वपूर्ण योगदान हैं.और चायना ने आज तक इस बात को राज़ बनाकर रखा हैं ।
,प्रतिवर्ष कई क्विंटल शिलाजित तिब्बत से चीनी खेल सँस्थानों के होस्टलो मे भेजा जाता हैं,जँहा से ये खिलाड़ियों के रोज़ की खुराक में सम्मिलित होता हैं.आईयें जानतें हैं इसके उपयोग
,प्रतिवर्ष कई क्विंटल शिलाजित तिब्बत से चीनी खेल सँस्थानों के होस्टलो मे भेजा जाता हैं,जँहा से ये खिलाड़ियों के रोज़ की खुराक में सम्मिलित होता हैं.आईयें जानतें हैं इसके उपयोग
१.यदि तीन से दस ग्राम शिलाजित को प्रतिदिन गाय के दूध के साथ किसी खिलाड़ी को दिया जावें तो इस बात में कोई संन्देह नहीं कि वह खिलाड़ी अपनी विधा में सर्वोच्च प्रदर्शन करेगा.
२. शिलाजित बेहतरीन उम्ररोधी औषधि हैं, शरीर पर यदि उम्र का प्रभाव कम करना हो तो पुर्ननवा के साथ इसका सेवन करें चमत्कारिक परिणाम मिलेगें.
३.पुरूष नपुसंकता, वीर्य में शुक्राणु की कमी,शुक्राणु विक्रति में इसे कोंच बीज,बबूल फल चूर्ण के साथ सेवन करें.
४.स्त्रीयों से सम्बंधित समस्या जैसे श्वेत प्रदर, अंड़ाणु का कम बनना,रक्त प्रदर में परंपरागत औषधियों के साथ सेवन करवानें से लाभ कई गुना बढ़ जाता हैं.
५. शिलाजित एक बेहतरीन antiinflammatory औषधि हैं. यदि इसे तीन ग्राम प्रतिदिन गर्म जल के साथ सेवन करवाते हैं, तो केसा भी सूजन हो समाप्त हो जावेगा.
६.इसके सेवन से ब्लड़ प्रेशर,कोलेस्ट्रोल नियत्रिंत रहता हैं.
७.हड्डीयों से सम्बंधित समस्यों जैसे arthritis, fracture, में इसका सेवन परंपरागत औषधियों के साथ करें लाभ कई गुना बढ़ जावेगा.
८.मूत्रविकारों जैसे बहुमूत्रता, प्रोस्टेट का बढ़ना में इसक सेवन लाभदायक हैं.
९.किड़नी, लीवर की कार्यप्रणाली को शिलाजित मज़बूत बनाता हैं.
वास्तव में शिलाजित की विशेषता के बारें मे ये उदाहरण भर है यदि विस्तारपूर्वक कहा जावें तो सही अनुपात, सही मात्रा में दिया जाये तो यह हर मर्ज़ की दवा हैं.
लेखक : डाक्टर पी.के.व्यास
लेखक : डाक्टर पी.के.व्यास
बीएएमएस, आयुर्वेद रत्न
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