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कीट़ प्रभावित फसल |
आज कल सारें विश्व के विकासशील देशों के किसानों की प्रमुख समस्या खेती की बढ़ती लागत हैं.भारत में तो स्थति इतनी भयावह है कि रोज़ सेकड़ों किसान खेती में घाटा होनें पर सीधे आत्महत्या का रास्ता चुनतें हैं. कई छोटी जोत के किसान तो ऐसे होते है कि जिनके पास मंहगे खाद - बीज और दवाई का खर्च निकाल देने के बाद जीवन निर्वाह के लिये भी पैसा नहीं बचता ,आईयें जानतें हैं सस्ते और प्रभावी फसल प्रबंधन के नायाब नुस्खें-::
#१. आर्गेनिक कीट़नाशक बनानें की विधि --::
(अ). तीन लीट़र छाछ लेकर उसमें नीम तेल आधा लीटर,रतनजोत बीज़ आधा किलो पीस कर,गोमूत्र तीन लीटर मिला दें ,इस घोल को मिट्टी के घड़े में भर कर अच्छे से ढक्कन बंद कर ज़मीन से एक फीट़ गहराई में एक माह के लिये रख दें.
(ब).एक माह पश्चात इसे निकाल लें
#२.फसलों पर छिड़काव की विधि--::
(अ).आधा लीट़र घोल में पुन:सौ मि.ली.गोमूत्र मिलाकर इसे पन्द्रह लीटर जल में मिलाकर इल्ली वाली फसलों पर स्प्रींकिलर पम्प की सहायता से छींटें.
(ब).यह प्रक्रिया पन्द्रह - पन्द्रह दिनों के अन्तराल से दो बार दोहरावें.
३.उपरोक्त विधि के अनुसार कीट़नाशक छींटनें से इल्लीयां नष्ट हो जाती हैं.
३.उपरोक्त विधि एक बीघा फसल के लिये हैं.
४.यदि फसल में फूल नहीं बन रहे हो तो गोमूत्र में गन्ने का रस मिलाकर छिड़काव करें.
५.अच्छी उपज़ के लिये हर दो सालों में ज़मीन में गोबर खाद अवश्य डा़ले।
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