. अयुहिर्ताहितं व्याधेनिर्धानं शमनं तथा
विघते यत्र विद्धाद्धि: स: आयुर्वैद उच्चते
अर्थात जिस शास्त्र में आयु के लिये हितकारी और अहितकारी पदार्थों का वर्णन हो और रोगों के निदान और उत्पन्न होनें के कारण का वर्णन हो विद्धान लोग उसे आयुर्वैद कहते हैं.
"Healthy lifestyle"सामाजिक,मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य उन्नत करते लेखों की श्रृंखला हैं
टिप्पणियाँ