सर्दियाँ शुरू होतें ही बर्फीली हवाएं त्वचा को रूखा करना शुरू कर देती हैं यदि त्वचा का सही देखभाल इस दोरान नही की गई तो त्वचा को काफी नुकसान पंहुच सकता हैं और त्वता कठोर, फटी फटी सी ,काली झाइयुक्त हो जाती हैं जिसें बाद में सामान्य रूप में बदलना बहुत मुश्किल होता हैं । तो आईयें जानतें हैं 4 miracles ways to look Beautiful In Winter In Hindi ब्यूटी टिप्स सर्दियों में त्वचा की देखभाल कैंसे करें
1.सर्दियों में चेहरें की त्वचा की देखभाल कैंसें करें
सर्दियाँ शुरू होतें ही सबसे पहलें यदि कोई त्वचा फटती हैं तो वह हे चेहरे की त्वचा बहुत नाजुक और संवेदनशील होती हैं । इसलिए इसकी देखभाल भी उसी अनुरूप करनी होती हैं ।
सर्दियाँ शुरू होतें ही चेहरें पर भाप लेना शुरू कर दें ऐसा पूरी सर्दी के दोरान तीन चार बार करें इससे चेहरें की त्वचा पर स्थित मृत कोशिकाएँ आसानी से निकल जाएंगी और स्वस्थ कोशिकाएँ भाप से मुलायम हो जाएगी फलस्वरूप सर्द हवाओं के कारण चेहरें की त्वचा रूखी नही रहेगी ।
सर्दियाँ शुरू होतें ही अच्छी कंपनी के माश्चुराजर साबुन या माश्चुराइजर फेसवाश का इस्तेमाल शुरू कर दें ताकि चेहरें की नमी भीषण सर्दीयों में भी बनी रहें ।
सर्दियां आनें से पहलें बाजार में नई नई कंपनियों के उत्पादों की बाढ सी आ जाती हैं अतः कोई भी नया एंटी कोल्ड क्रीम या माश्चराइजर इस्तेमाल करनें से पहलें उसका त्वचा पर लगाकर भलीभाँति परीक्षण अवश्य कर लें ।
आजकल चेहरे की त्वचा की सफाई के लिये कई अल्कोहल युक्त उत्पाद भी बाजार में उपलब्ध हैं ये अल्कोहल युक्त उत्पाद गर्मी बरसात में तो कोई नुकसान नहीं पहुचातें किन्तु सर्दीयों में त्वचा पर गंभीर रिएक्शन करतें अत: सर्दीयों में इन उत्पादों के प्रयोग से पूर्व इनका त्वचा पर परीक्षण अवश्य कर लें ।
सर्दीया शुरू होतें ही सुबह स्नान से पूर्व चेहरें पर तिल के तेल या सरसों के तेल से मालिश करें तत्पश्चात स्नान करें ऐसा करनें से चेहरें की त्वचा तेज सर्दीयों में भी फटेगी नहीं ।
सर्दियों में चेहरें पर उबटन लगा रहें हो तो उबटन में दही के बजाय मलाईयुक्त दूध का इस्तेमाल करें क्योंकि दही प्रकृति में शीतल होता हैं जिससे त्वचा में खिंचावट होगी ।जबकि मलाई युक्त दूध निरापद होनें के साथ प्रोटीन, विटामिन, आयरन,जिंक और कैल्सियम त्वचा को नमी और निखार प्रदान करता हैं ।
ज्यादातर ब्यूटी एक्सपर्ट और ब्यूटी टिप्स देनें वालों को चेहरें पर लगानें वालें पदार्थों की पृक्रति के बारें में जानकारी नहीं होती हैं और सर्दीयों में चेहरें की त्वचा के लियें ऐसें पदार्थों का इस्तेमाल करतें हैं जिनकी तासीर बहुत ठंड़ी होती हैं जैसें खीरा,दही,पपीता, आडू,एलोवेरा आदि इन शीतल पृकृति के पदार्थों का चेहरें पर इस्तेमाल करने से छींक आना,अस्थमा आदि जैसी स्वास्थ्य समस्या हो सकती हैं । अतः सर्दीयों में चेहरें के लियें गर्म पृकृति के पदार्थों जैसें शहद हल्दी,बेसन,मलाई,दूध आदि का इस्तेेमाल करना चाहिए ।
2.सर्दियों में होठों की देखभाल कैंसें करें
सर्दियों यदि एक बार होंठ फट जातें हैं तो फिर लम्बें समय तक ठीक नहीं होतें हैं अतः होंठों को फटनें से बचानें के लियें रात को सोतें समय होंठों पर मलाई लगा लें ।
सुबह स्नान से पूर्व होंठों पर तिल का तेल या गाय का घी लगाकर फिर स्नान करें ।
सर्दियों में शरीर में पानी की कमी हो जाती हैं जिससे होंठ फटनें जैसी समस्या हो जाती हैं अत: शरीर में पानी की कमी नहीं हो इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए ।
होंठ फटनें से बचानें के लियें विटामीन B6 युक्त आहार जरूर सेवन करना चाहियें जैसें दूध,सेब,हरी पत्तेदार सब्जी,फल ,अखरोट, बादाम आदि ।
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3.सर्दियों में नाक के अंदर की त्वचा का देखभाल कैंसें करें
सर्दियों में नाक के अंदर की त्वचा ठंड़ी हवाओं से रूखी और बेजान हो जाती हैं और कभी कभी तो इसमें से खून भी निकलता हैं अत: नाक के अंदर की त्वचा को फटनें से बचानें के लिए रात को सोते समय नाक में दो तीन बूंद तिल तेल ,सरसो तेल या गाय का घी डालना चाहिए ।
4.सर्दियों में शरीर के अन्य हिस्सों की देखभाल कैंसें करें
शरीर के बाकि हिस्सों जैसें हाथ पाँव आदि को फटनें से बचानें के लिये इन पर सुबह शाम व्हाइट पेट्रोलियम जैली लगाना चाहिए किन्तु ध्यान रहें ।
नहानें से पहले गुनगुने पानी में फिटकरी डाल लें ऐसा करनें से शरीर के रोमछिद्र खुल जायेंगे ।
सर्दियों में सिर के बाल रूखे और बेजान हो जातें हैं अत: नहानें से पहलें बालों में नारियल तेल की मालिश करें और इसके 15 मिनिट बाद स्नान करें ऐसा करनें से बाल चमकीले और घनें दिखेंगें ।
सिर के बालों को चिपचिपे होनें से बचानें के लिये सप्ताह में एक बार गर्म पानी के तोलिये को बालों पर पन्द्रह मिनिट के लिये लपेटकर रखना चाहिए ।
एडी की बिवाईयाँ फटनें पर फटी हुई बिवाईयों को अच्छे एंटीसेप्टिक से साफ कर उनपर पैट्रोलियम जैली लगायें और रात को सोतें समय मोजे पहनकर सोना चाहिए ।
नहानें से पहलें सरसों के तेल या तिल तेल की मालिश करने से त्वचा चमकदार और तेज ठंड में भी फटनें से बची रहती हैं ।
त्वचा के लिए न केवल ऊपरी देखभाल की जरूरत होती हैं बल्कि आंतरिक रूप से भी त्वचा को तंदुरूस्त रखनें के लिए सही पोषण की आवश्यकता होती हैं । त्वचा को आंतरिक रूप से पोषण देनें के लिये सर्दियों में उपलब्ध हरी पत्तेदार सब्जियों पालक,मैथी, मूली,गाजर,गोभी,सेब,आदि का भरपूर सेवन करना चाहियें ।
सर्दियों में त्वचा को पोषण प्रदान करनें में अखरोट,काजू,बादाम ,किशमिश,मूंगफली महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं अत: इनका सेवन सर्दियों के दौरान अवश्य करें ।
सर्दियों में यदि किसी की त्वचा सबसे ज्यादा फटती हैं तो वो हैं छोटे बच्चें जो रात को कंबल छोड़कर सोतें हैं ऐसे बच्चों को पूरे ऊनी कपडे़ पहनाकर सुलाना चाहिये ।
सू सू करनें से छोटें बच्चें की जांघ के आसपास की त्वचा लाल हो जाती हैं जिसमें जलन होनें से बच्चों को बहुत तकलीफ होती हैं अतः छोटें बच्चों को अच्छें माश्चुराइजर क्रीम लगाना
चाहिए ।
छोटें बच्चों को नहलानें से पहलें सरसो,जेतून या तिल तेल से मालिश कर हिलाना चाहियें और नहलानें के बाद उनकी त्वचा पर ग्लिसरीन मिला हुआ गुलाब जल लगाना चाहियें ।
सर्दियों में हम घर से निकलतें हैं तो कोल्ड क्रीम लगाकर निकलतें हैं लेकिन जब वापस घर आतें हैं तो पूरा चेहरा काला दिखाई देता हैं इस प्रकार की समस्या से बचने के लियें कोल्ड क्रीम में थोडा़ सा पावडर मिला लें ।
सर्दियों में कोहनी,बगल,और गर्दन के आसपास बहुत मैल जमा हो जाता हैं अत: इन जगहों पर फिटकरी लगाकर हल्के हाथों से मालिश कर लें जिससे इन जगहों पर लगा मैल निकल जायेगा ।
सर्दीयों में चेहरा और गर्दन पेट्रोलियम जैली के अधिक प्रयोग से चिपचिपे और काले हो जातें हैं इसके लिए पपीता,दूध,मटर के दानें और शहद मिलाकर मिक्सर में घोंट पेस्ट बना लें यह पेस्ट नाहनें से 10 मिनिट पहले चेहरें पर लगाएँ । इस प्रयोग से त्वचा गोरी और कसी हुई दिखेगी । यह प्रयोग सप्ताह में दो बार कर सकतें हैं ।
जो महिलाएं खून में कोलेस्ट्राँल का स्तर कम करनें वाली दवाई लेती हैं ऐसी महिलाओं को सर्दियों में त्वचा के फटनें या लाल होनें की समस्या पैदा हो जाती हैं जिसे विंटर एटोपिक एक्जिमा कहतें हैं ऐसी महिलाओं को नहानें के बाद पूरे शरीर में नारियल तेल,सरसो तेल,या तिल तेल की मालिश पूरें शरीर में करनी चाहिए । ऐसा करनें से त्वचा सदा जंवा और कोमल बनी रहती हैं ।
सर्दियों में वातावरण ठंडा हो जानें के कारण Air quality index बहुत ज्यादा खराब हो जाता हैं इस प्रदूषित वातावरण में मौजूद कार्बन के कण चेहरे पर चिपक जातें है फलस्वरूप चेहरे पर फुंसिया हो जाती हैं और चेहरें की त्वचा के रोम छिद्र बंद हो जातें हैं । इस समस्या ये मुक्ति के लिए बाहर निकलते वक्त चेहरे को ढँककर रखें और बाहर से आते ही गर्म पानी से चेहरें को साफ करें ।
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