Lodhrasav ke fayde लोध्रासव के फायदे बताइए
Lodhrasav ke fayde लोध्रासव के फायदे बताइए
लोध्रासव के घटक Lodhrasav ke ghtak
1.लोध्र lodhra
2.मूरवा murva
3.शटी shati
4.वायविडंग vayvidang
5.भारंगी bharngi
6.तंगर tangar
7.व्यग्रनखी vygrnkhi
8.नागरमोथा nagarmotha
9.कुटज kujaj
10.कूठ kuth
11.सुपारी supari
12.प्रियगु priygu
13.अतिविशा ativisha
14.चित्रक
15.इन्द्ररुणी indrruni
16.दालचीनी dalchini
17.छोटी ईलायची choti ilaichi
18.तेजपत्र tejpatr
19.नागकेशर nagkeshar
20.चिरायता chirayta
21.कुटकी kutki
22.यवानी yvani
23.पुष्करमूल pushakarmul
24.पाठा patha
25.ग्रंथी granthi
26.चव्य chavy
27.हरड़ harad
28.बहेड़ा
29.आंवला aanvla
30.पानी Pani
31.शहद shahad
Lodhrasav ke fayde लोध्रासव के फायदे
मूत्राशय रोग में लोध्रासव
लोध्रासव मूत्र मार्ग से संबंधित बीमारी की सर्वमान्य आयुर्वेदिक औषधि है । रुक रूक कर पैशाब होना,पैशाब में जलन होना, बार बार पैशाब आना,पैशाब करने के बाद भी पैशाब की इच्छा होना ।
उपरोक्त बीमारियों में लोध्रासव 10 मिलीलीटर प्रतिदिन सुबह शाम भोजन से पहले लेना चाहिए ।
गर्भाशय विकारों में लोध्रासव
बार बार गर्भपात होना, गर्भाशय में गांठें होना,अनियमित मासिक धर्म होना,श्वेत प्रदर होना, urinary tract infection होना, आदि विकारों के लिए लोध्रासव बहुत उपयोगी आयुर्वेदिक औषधि है ।
इस औषधि के सेवन से गर्भाशय मजबूत होकर बीमारियों से बचा रहता हैं ।
लीवर संबंधी रोगों में लोध्रासव
पीलिया,लीवर सिरोसिस, लीवर का सिकुड़ना,फैटी लीवर आदि रोगों में लोध्रासव बहुत असरकारी प्रभाव दिखाती हैं ।
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मधुमेह में लोध्रासव
लोध्रासव मधुमेह के कारण होने वाली परेशानियों जैसे अत्यधिक प्यास लगना, अंगो का सुन्नपन,को दूर कर रक्त में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित करती हैं ।
अर्श रोग में
लोध्रासव के नियमित सेवन से अर्श रोग में लाभ मिलता हैं । तथा गुदा द्वार से खून आना ,गुदा मार्ग में जलन होना जैसी समस्याओं से छूटकारा मिलता हैं ।
मोटापा कम करने में
मोटापा कम करने के लिए लोध्रासव बहुत उत्तम आयुर्वेदिक औषधि हैं । इस औषधि के सेवन से बदन छरहरा और सुडौल बनता हैं ।
भोजन में अरुचि
भोजन में अरुचि होना, भोजन नहीं पचना आदि समस्याओं में लोध्रासव बहुत अच्छा कार्य करती हैं । इसके सेवन से पाचक रस सही मात्रा में बनता हैं।
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