Laparoscopic surgery kya hoti hai
Laparoscopic surgery |
लेप्रोस्कोपिक सर्जरी सर्जरी की एक अति आधुनिक तकनीक हैं। जिसमें सर्जरी के लिए बहुत बड़े चीरें की जगह बहुत ही छोटे-छोटे छिद्र किए जातें हैं । लेप्रोस्कोपिक सर्जरी को key hole surgery या minimal invasive surgery भी कहते हैं ।
लेप्रोस्कोपिक सर्जरी में एक टेलीस्कोप को विडियो कैमरे के साथ जोड़ा जाता हैं ,इस टेलीस्कोप को छोटे छिद्र के द्वारा पेट में डाला जाता हैं और संम्पूर्ण पेट की सूक्ष्मता से जांच की जाती हैं ।
सर्जन तथा उसकी टीम पेट के अंदर का संपूर्ण चित्र टीवी मानीटर पर देखकर आपरेशन करते हैं जिससे गलती की संभावना बहुत कम होती हैं ।
लेप्रोस्कोपिक सर्जरी आजकल बहुत अधिक चलन में है ।
लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के माध्यम से पेट के लगभग सभी आपरेशन जैसे पैंक्रियाटिक सर्जरी, कोलोरेक्टल सर्जरी, stomach surgery,गाल ब्लेडर सर्जरी,हार्निया सर्जरी ,anti reflux surgery, abdominal Wall reconstruct surgery,piles surgery, fistula surgery,wet loss surgery, Diabetes surgery,स्पाइन सर्जरी आदि की जाती हैं ।
आजकल बड़े शहरों में सभी प्रकार की सर्जरी में लेप्रोस्कोपिक सर्जरी को प्राथमिकता दी जाती हैं । लेप्रोस्कोपिक सर्जरी गर्भावस्था में भी सुरक्षित मानी जाती हैं ।
Intravascular ultrasound IVUS
सर्जन तथा उसकी टीम पेट के अंदर का संपूर्ण चित्र टीवी मानीटर पर देखकर आपरेशन करते हैं जिससे गलती की संभावना बहुत कम होती हैं ।
लेप्रोस्कोपिक सर्जरी आजकल बहुत अधिक चलन में है ।
लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के माध्यम से पेट के लगभग सभी आपरेशन जैसे पैंक्रियाटिक सर्जरी, कोलोरेक्टल सर्जरी, stomach surgery,गाल ब्लेडर सर्जरी,हार्निया सर्जरी ,anti reflux surgery, abdominal Wall reconstruct surgery,piles surgery, fistula surgery,wet loss surgery, Diabetes surgery,स्पाइन सर्जरी आदि की जाती हैं ।
Laparoscopic surgery ke fayde
1.मरीज बहुत जल्दी स्वस्थ होकर घर जा सकता हैं ।
2.दर्द बहुत कम होता हैं ।
3.आपरेशन के बाद संक्रमण की संभावना बहुत ही कम होती हैं ।
4.आपरेशन के बाद दवाईयां भी बहुत कम लेनी पड़ती हैं ।
Laparoscopic surgery aur open surgery me kya antar hai
ओपन सर्जरी में मरीज को बड़ा चीरा लगाकर बीमारी से संबंधित आपरेशन किया जाता हैं वहीं लेप्रोस्कोपिक सर्जरी में छोटे छिद्र के माध्यम से आपरेशन किया जाता हैं। चूंकि लेप्रोस्कोपिक सर्जरी में छोटे छिद्र के माध्यम से आपरेशन किया जाता हैं अतः यह सर्जरी ओपन सर्जरी के मुकाबले आधुनिक और सुरक्षित मानी जाती हैं ।
आजकल बड़े शहरों में सभी प्रकार की सर्जरी में लेप्रोस्कोपिक सर्जरी को प्राथमिकता दी जाती हैं । लेप्रोस्कोपिक सर्जरी गर्भावस्था में भी सुरक्षित मानी जाती हैं ।
Kya cancer me laparoscopic surgery ki ja sakti hai
हां, लेप्रोस्कोपिक सर्जरी कैंसर के आपरेशन cancer ke operation में ओपन सर्जरी की तुलना में बहुत बेहतर परिणाम देती हैं । इसके प्रमुख उदाहरण है कोलोरेक्टल और ओसोफेगल कैंसर सर्जरी हैं। पैंक्रियाटिक और लीवर सर्जरी जैसी जटिल और गंभीर सर्जरी भी लेप्रोस्कोपिक के द्वारा की जाती हैं ।
लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के बाद कैंसर मरीज cancer marij की कीमोथेरेपी ओपन सर्जरी की तुलना में बहुत पहले शुरू की जा सकती हैं ।
• इम्यूनोथेरेपी कैंसर उपचार की नवीनतम तकनीक
• इम्यूनोथेरेपी कैंसर उपचार की नवीनतम तकनीक
Kya laparoscopic surgery me jokhim hai
लेप्रोस्कोपिक सर्जरी general Anastasia के तहत की जाती हैं, कुछ मरीज जो general Anastasia के लिए high risk वाले हैं या हेमोडायनामिकली रुप से अस्थिर हैं लेप्रोस्कोपिक सर्जरी को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं ।ऐसी स्थिति में मरीज की स्थिति के आधार पर चिकित्सक समाधान निकालते हैं ।
क्या। मोटापे की वजह से होने वाला उच्च रक्तचाप और मधुमेह का इलाज लेप्रोस्कोपिक सर्जरी से संभव है ?
जी हां, मधुमेह और उच्च रक्तचाप का निदान माइक्रो लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के माध्यम से संभव है । और इस सर्जरी के माध्यम से इसका पूर्ण निदान किया जा सकता हैं ।
क्या लेप्रोस्कोपिक सर्जरी से स्पाइन सर्जरी ज्यादा कारगर हैं?
आज से कुछ वर्ष पहले ओपन सर्जरी के द्धारा स्पाइन सर्जरी की जाती थी किन्तु यह इतनी जोखिमपूर्ण होती थी कि बड़े से बड़ा सर्जन स्पाइन सर्जरी को तब तक टालता रहता था जब तक की मरीज चलना फिरना बंद ना कर दें या फिर स्थिति इतनी गंभीर ना हो जाएं कि जिसमें आपरेशन ही एकमात्र विकल्प बचता हो ।
• स्पाइनल एवीएम रीढ़ की हड्डी से संबंधित दुर्लभ बीमारी
आज लेप्रोस्कोपिक सर्जरी या मिनिमल इन्वेसिव सर्जरी के द्धारा स्पाइन सर्जरी में क्रांतिकारी बदलाव आया हैं जिसमें छोटे से चीरें द्धारा उपकरण रीढ़ की हड्डी तक पहुंचातें हैं । इस प्रक्रिया द्धारा रीढ़ की हड्डी के ऊतकों, मांसपेशियों और धमनियो को बिल्कुल भी क्षति नहीं पंहुचती हैं । और आपरेशन 100 प्रतिशत सफल रहता हैं । आपरेशन के बाद संक्रमण का जोखिम भी न के बराबर रहता हैं । और मरीज जल्दी स्वस्थ होकर घर जा सकता हैं ।
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