सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Omicron वायरस क्या हैं, Omicron के लक्षण क्या हैं

 Author-healthylifestylehome

प्रश्न 1.Omicron वायरस क्या हैं ?


उत्तर 1. Omicron virus SARS COV -2 यानि कोरोना वायरस का एक म्यूटेशन कर चुका वेरिएंट हैं। W.H.O.के अनुसार Omicron B.1.1.1.529 प्रकार का वेरिएंट हैं। जिसका मतलब हैं यह अन्य दूसरे कोरोनावायरस से बहुत उन्नत वेरिएंट हैं।

Omicron वायरस का प्रथम केस दक्षिण अफ्रीका में 24 नवंबर 2021 को मिला था।

B.1.1.1.529 वेरिएंट में 50 प्रकार के म्यूटेशन देखें गए हैं जिसमें से 30 से अधिक म्यूटेशन Omicron वायरस के स्पाइक प्रोटीन यानि वायरस के ऊपर स्थित कांटेदार संरचना में हुए हैं। 

प्रश्न 2. Omicron vs Delta variant में से कौंन ज्यादा खतरनाक हैं ?

उत्तर - विश्व स्वास्थ्य संगठन ने Omicron को Variation of Concern घोषित किया हैं जिसका मतलब हैं कि यह बहुत तेजी से अपने में बदलाव करता हैं। और मौजूदा स्वास्थ्य प्रणाली को चुनौती देता हैं।

 Delta variant की R Value या Reproduction value 6 से 7 के बीच ही हैं जिसका मतलब हैं कि एक डेल्टा वायरस प्रभावित व्यक्ति 6 से 7 व्यक्तियों को संक्रमित कर सकता हैं।

Omicron virus की R Value 35 से 45 तक पाई गई हैं जिसका मतलब हैं एक Omicron virus प्रभावित व्यक्ति 35 से 45 व्यक्ति को संक्रमित कर सकता हैं।

डेल्टा वायरस ने पूरी दुनिया में तबाही मचा दी थी जिसमें लाखों लोग मारे गए थे और भारत में दूसरी लहर के लिए यही वायरस उत्तरदायी था। डेल्टा वायरस पर वैक्सीन बहुत प्रभावी साबित हुई है।

जबकि W.H.O.के अनुसार Omicron वायरस पर वैक्सीन का असर नहीं होगा और इसके स्पाइक प्रोटीन शरीर की कोशिकाओं में घुसकर शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को चकमा दे सकते हैं। लेकिन इस पर अभी ओर शोध की आवश्यकता है।


Omicron वायरस से अभी तक किसी की मौत नहीं हुई हैं जबकि डेल्टा वायरस से मौत का खतरा Omicron वायरस की तुलना में 133 प्रतिशत ज्यादा हैं, हालांकि इस पर भी अभी विस्तृत शोध की प्रतिक्षा हैं।

Omicron वायरस के संबंध में एक अच्छी बात दुनिया के लिए यह हैं कि इसका पहला केस दक्षिण अफ्रीका में आते ही दुनिया भर के देशों और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसकी रोकथाम के लिए एहतियात कदम उठाना शुरू कर दिया हैं।जो कि डेल्टा वेरिएंट में बहुत देर से उठाए गए थें।

डेल्टा वायरस की तरह Omicron वायरस भी हवा के माध्यम से फैल सकता हैं अर्थात यह भी Airborne वायरस हैं।

डेल्टा वायरस के Receptor binder Protein में मात्र दो तरह के बदलाव पाए गए थे जबकि Omicron वायरस में यह बदलाव 10 प्रकार के हैं। Receptor binding protein ही सबसे पहले मानव कोशिका से चिपक कर संपर्क स्थापित करता हैं।

विशेषज्ञों के मुताबिक डेल्टा वायरस से प्रभावित व्यक्ति Omicron से बहुत कम प्रभावित होगा और साधारण बुखार,हाथ पांवों में दर्द के बाद ठीक हो जाएगा। 
Omicron virus picture,ओमिक्रोन वायरस का चित्र


प्रश्न 3.omicron वायरस के लक्षण क्या हैं ? COVID 19 new variant Omicron symptoms

उत्तर - दक्षिण अफ्रीका में फैले Omicron के कुछ लक्षण बताए हैं जिनके अनुसार Omicron virus symptoms 

1.बुखार आना

2.हाथ पांवों में दर्द

3.सर्दी खांसी होना

4.थकान महसूस होना

यहां उल्लेखनीय हैं कि Omicron virus में डेल्टा वायरस की तरह मुंह का स्वाद और नाक की सूंघने की क्षमता नहीं जाती हैं।

प्रश्न 4.omicron वायरस की जांच क्या विधि हैं ?

उत्तर- Omicron वायरस की जांच Genome sequencing विधि से की जाती हैं। 

यहां उल्लेखनीय हैं कि कोविड की पुष्टि RT PCR विधि से ही की जाती हैं Omicron वायरस का संदेह होने पर Sample Genome sequencing के लिए भेजे जाते हैं।


प्रश्न 5. कोरोना में Genomic sequence पर निगरानी रखने वाले Indian SARS COV 2 Genomics sequencing consortium ने भारत सरकार को Omicron वायरस को फैलने से रोकने की क्या सलाह दी है?

उत्तर - Indian SARS COV 2 Genomics sequencing consortium ने भारत सरकार को निम्न सलाह दी हैं।

1.omicron की पहचान के लिए कोरोना प्रभावित क्षेत्रों में Genome sequencing पर ध्यान दिया जाना चाहिए।

2.जो लोग Omicron प्रभावित क्षेत्रों से संपर्क में आए हैं उनकी पहचान कर जांच की जानी चाहिए ताकि वायरस के फैलाव को नियंत्रित किया जा सके।

3.देश की जनता सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करें।

4.सरकार 40 साल से अधिक के व्यक्तियों को Covid vaccine booster dose देने का विचार करें।


प्रश्न 6.क्या Omicron वायरस पर मौजूदा वैक्सीन प्रभावी हैं ?

उत्तर - हाल ही में प्रतिष्ठित पत्रिका Lancet में प्रकाशित शोध रिपोर्ट के अनुसार ब्रिटेन में हुए शोध में यह पता चला हैं कि कोविशील्ड,फाइजर,नोवा वैक्स, जानसन एंड जानसन,माडर्ना,वल नेवा और क्योरवेक वैक्सीन की दो खुराक लेने वाले व्यक्तियों में  दो से ढाई माह बाद रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ गई। 

जिन लोगों को vaccine booster dose में दी गई उनमें 28 दिन बाद स्पाइक प्रोटीन की मात्रा 1.8 से 32.3 गुना बढ़ गई।

भारत सरकार स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इस बात के अभी कोई सबूत नहीं है कि वर्तमान में लग रही Corona vaccine Omicron varient पर प्रभावी नहीं हैं। 

अतः vaccine अवश्य लगवाएं जिससे बीमारी की गंभीरता कम करने में मदद मिले।


प्रश्न 7.कोरोना वायरस के कुछ महत्वपूर्ण वेरिएंट कौन-कौन से हैं और ये वेरिएंट कब खोजें गए थें ?

उत्तर - 

1.अल्फा वेरिएंट - 18 दिसंबर 2020

2.बीटा वेरिएंट - 18 दिसंबर 2020

3.गामा वेरिएंट - 11 जनवरी 2021

4.लेमड़ा वेरिएंट - 14 जून 2021

5.डेल्टा वेरिएंट - 11 मई 2021

6.म्यू वेरिएंट - 30 अगस्त 2021

7.ओमिक्रोन - 26 नवंबर 2021


प्रश्न 8.डेल्मीक्रोन क्या हैं ?

उत्तर -

डेल्मीक्रोन डेल्टा और ओमिक्रोन से मिलकर बना हैं। भारत सहित अमेरिका,यूरोप, आदि देशों में कोरोनावायरस के डेल्टा और ओमिक्रोन वायरस के केस एक साथ मिल रहें हैं।

विशेषज्ञों ने डेल्टा और ओमिक्रोन को मिलाकर ही कोरोना वायरस के इस नए स्वरूप को डेल्मीक्रोन कहा हैं।

विशेषज्ञों के अनुसार भारत में कोरोना की तीसरी लहर के लिए यही डेल्मीक्रोन वायरस उत्तरदायी हो सकता हैं।



• कोरोना थर्ड वेव से बचने का तरीका

• निपाह वायरस क्या हैं

• हैप्पी हाइपोक्सिया क्या होता हैं

• डेल्टा प्लस वेरिएंट पर वैक्सीन कितनी प्रभावशाली हैं

• डी डायमर टेस्ट क्या होता हैं

• सिकल सेल एनिमिया


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

होम्योपैथिक बायोकाम्बिनेशन नम्बर #1 से नम्बर #28 तक Homeopathic bio combination in hindi

  1.बायो काम्बिनेशन नम्बर 1 एनिमिया के लिये होम्योपैथिक बायोकाम्बिनेशन नम्बर 1 का उपयोग रक्ताल्पता या एनिमिया को दूर करनें के लियें किया जाता हैं । रक्ताल्पता या एनिमिया शरीर की एक ऐसी अवस्था हैं जिसमें रक्त में हिमोग्लोबिन की सघनता कम हो जाती हैं । हिमोग्लोबिन की कमी होनें से रक्त में आक्सीजन कम परिवहन हो पाता हैं ।  W.H.O.के अनुसार यदि पुरूष में 13 gm/100 ML ,और स्त्री में 12 gm/100ML से कम हिमोग्लोबिन रक्त में हैं तो इसका मतलब हैं कि व्यक्ति एनिमिक या रक्ताल्पता से ग्रसित हैं । एनिमिया के लक्षण ::: 1.शरीर में थकान 2.काम करतें समय साँस लेनें में परेशानी होना 3.चक्कर  आना  4.सिरदर्द 5. हाथों की हथेली और चेहरा पीला होना 6.ह्रदय की असामान्य धड़कन 7.ankle पर सूजन आना 8. अधिक उम्र के लोगों में ह्रदय शूल होना 9.किसी चोंट या बीमारी के कारण शरीर से अधिक रक्त निकलना बायोकाम्बिनेशन नम्बर  1 के मुख्य घटक ० केल्केरिया फास्फोरिका 3x ० फेंरम फास्फोरिकम 3x ० नेट्रम म्यूरिटिकम 6x

PATANJALI BPGRIT VS DIVYA MUKTA VATI EXTRA POWER

PATANJALI BPGRIT VS DIVYA MUKTA VATI EXTRA POWER  पतंजलि आयुर्वेद ने high blood pressure की नई गोली BPGRIT निकाली हैं। इसके पहले पतंजलि आयुर्वेद ने उच्च रक्तचाप के लिए Divya Mukta Vati निकाली थी। अब सवाल उठता हैं कि पतंजलि आयुर्वेद को मुक्ता वटी के अलावा बीपी ग्रिट निकालने की क्या आवश्यकता बढ़ी। तो आईए जानतें हैं BPGRIT VS DIVYA MUKTA VATI EXTRA POWER के बारें में कुछ महत्वपूर्ण बातें BPGRIT INGREDIENTS 1.अर्जुन छाल चूर्ण ( Terminalia Arjuna ) 150 मिलीग्राम 2.अनारदाना ( Punica granatum ) 100 मिलीग्राम 3.गोखरु ( Tribulus Terrestris  ) 100 मिलीग्राम 4.लहसुन ( Allium sativam ) 100  मिलीग्राम 5.दालचीनी (Cinnamon zeylanicun) 50 मिलीग्राम 6.शुद्ध  गुग्गुल ( Commiphora mukul )  7.गोंद रेजिन 10 मिलीग्राम 8.बबूल‌ गोंद 8 मिलीग्राम 9.टेल्कम (Hydrated Magnesium silicate) 8 मिलीग्राम 10. Microcrystlline cellulose 16 मिलीग्राम 11. Sodium carboxmethyle cellulose 8 मिलीग्राम DIVYA MUKTA VATI EXTRA POWER INGREDIENTS 1.गजवा  ( Onosma Bracteatum) 2.ब्राम्ही ( Bacopa monnieri) 3.शंखपुष्पी (Convolvulus pl

जीवनसाथी के साथ नंगा सोना चाहिए या नही।Nange sone ke fayde

  जीवनसाथी के साथ नंगा सोना चाहिए या नही nange sone ke fayde इंटरनेट पर जानी मानी विदेशी health website जीवन-साथी के साथ नंगा सोने के फायदे बता रही है लेकिन क्या भारतीय मौसम और आयुर्वेद मतानुसार मनुष्य की प्रकृति के हिसाब से जीवनसाथी के साथ नंगा सोना फायदा पहुंचाता है आइए जानें विस्तार से 1.सेक्स करने के बाद नंगा सोने से नींद अच्छी आती हैं यह बात सही है कि सेक्सुअल इंटरकोर्स के बाद जब हम पार्टनर के साथ नंगा सोते हैं तो हमारा रक्तचाप कम हो जाता हैं,ह्रदय की धड़कन थोड़ी सी थीमी हो जाती हैं और शरीर का तापमान कम हो जाता है जिससे बहुत जल्दी नींद आ जाती है।  भारतीय मौसम और व्यक्ति की प्रकृति के दृष्टिकोण से देखें तो ठंड और बसंत में यदि कफ प्रकृति का व्यक्ति अपने पार्टनर के साथ नंगा होकर सोएगा तो उसे सोने के दो तीन घंटे बाद ठंड लग सकती हैं ।  शरीर का तापमान कम होने से हाथ पांव में दर्द और सर्दी खांसी और बुखार आ सकता हैं । अतः कफ प्रकृति के व्यक्ति को सेक्सुअल इंटरकोर्स के एक से दो घंटे बाद तक ही नंगा सोना चाहिए। वात प्रकृति के व्यक्ति को गर्मी और बसंत में पार्टनर के साथ नंगा होकर सोने में कोई