भारत में बढ़ते डायबिटीज के मरीज देश के स्वास्थ्य ढ़ांचे के समक्ष नई चुनौती पेश कर रहे हैं। आज की तारीख में भारत में भारत में आठ करोड़ डायबिटीज मरीज हैं।
डायबिटीज मरीज बढ़ने की यही रफ़्तार रही तो विशेषज्ञों के मुताबिक सन् 2030 तक 13 करोड़ डायबिटीज मरीज भारत में हो सकतें हैं।
अभी हाल ही में देश के 10 मेट्रो शहरों में 5 हजार लोगों पर हुए स्वास्थ्य सर्वे में यह बात सामने आई कि यदि व्यक्ति का बाड़ी मास इंडेक्स या BMI 23 से अधिक है और उम्र 40 वर्ष से अधिक हैं तो उसे डायबिटीज का बहुत अधिक खतरा है।
स्वास्थ्य सर्वे में जो अन्य बात सामने आई वो निम्न हैं
1.डायबिटीज का पारिवारिक इतिहास होने पर डायबिटीज का जोखिम 40 की उम्र के बाद 40 गुना बढ़ जाता हैं।
2.खराब जीवनशैली जिसमें शराब की पीनें की आदत,जंक फूड खाने की आदत, धूम्रपान की आदत हैं तो डायबिटीज का खतरा बहुत अधिक हो जाता हैं।
3.दैनिक जीवन में व्यायाम नहीं करने पर और बाडी मास इंडेक्स 23 से अधिक होने पर 30 से 50 साल के व्यक्ति सबसे अधिक प्री डायबिटिक पाए गए।
4.जिन लोगों का वजन उनकी लम्बाई से 8 से 12 किलो अधिक होता हैं उनमें टाइप 2 डायबिटीज बहुत अधिक होती हैं।
5.बाडी मास इंडेक्स BMI और वजन लम्बाई के अनुसार होने पर डायबिटीज का खतरा 50 प्रतिशत कम किया जा सकता हैं।
6.भोजन में कार्बोहाइड्रेट 40 प्रतिशत, प्रोटीन 30 प्रतिशत और वसा 30 प्रतिशत रहें तो डायबिटीज होने का खतरा कम हो जाता हैं।
7.सर्वे में शामिल पांच हजार लोगों में से 4500 लोग प्री डायबिटिक थे।
8.खाने में बेहद मेटाबॉलिक रेट के अनुसार कैलोरी लेने पर डायबिटीज का खतरा कम हो जाता हैं।
9.नियमित 45 मिनट के व्यायाम से डायबिटीज का खतरा न्यूनतम हो जाता हैं।
10.यदि वज़न में 12 किलो की कमी कर दी जाए तो डायबिटीज का जोखिम 50 प्रतिशत तक कम हो जाता हैं।
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