हँसना सिर्फ मनुष्य के नसीब में हैं,क्या आपनें कभी मनुष्य के अतिरिक्त अन्य जानवर को खिलखिलाकर हँसते देखा हैं,नहीं ना लेकिन फिर भी लोग हँसनें को लेकर इतनें कंजूस दिल होतें हैं,कि यदा कदा बस थोड़ा मुस्करा देतें हैं.हँसना एक प्रकार की थेरेपी हैं,जिसे लाफ्टर थेरेपी (laughter therpy) के नाम से जाना जाता हैं.
तो आईयें दोस्तों जानतें हैं हँसने के स्वास्थगत लाभों के बारें में
:::: दिल खोलकर हँसनें से मनुष्य का सौन्दर्य निखरता हैं,क्योंकि चेहरे पर मोजूद माँसपेशियों में कसावट आकर झुर्रिया खत्म हो जाती हैं.शोधों से ये बात प्रमाणित हो चुकी हँसनें के दोरान चेहरें की लगभग सौ माँसपेशिया सक्रिय रहती हैं.
:::: कैलिफोर्निया विश्वविधालय के शोधों के अनुसार हँसनें से शरीर की क्षतिग्रस्त कोशिकाओं (cells) की मरम्मत तेजी से होती हैं,जिससे कैंसर, टी.बी.जैसी बीमारीयों के उपचार के दोरान ली गई दवाईयाँ अपना असर तीव्रता से दिखाती हैं.
:::: हँसना मनुष्य की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर मनुष्य को जल्द होनें वालें बुढ़ापे से बचाता हैं.साथ ही एलर्जी, अस्थमा, एड्स जैसे रोगों में जहाँ रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती हैं में हँसना एक अच्छा व्यायाम माना जाता हैं.
:::: हँसनें से ह्रदय की माँसपेशियों में कसावट़ आती हैं,जिससे ह्रदय मज़बूत होकर कोलेस्ट्राँल को ह्रदय से बाहर निकाल देता हैं.
:::: दिनभर मात्र मुस्कराते रहनें से Antibody immunoglobulin A की मात्रा शरीर में बढ़ती हैं जो साँसो की नली में होनें वालें संक्रमण से बचाव करता हैं.
:::: हँसना हार्मोंन का स्तर संतुलित करता हैं,इसके अलावा न्यूरोपेप्टाइड़ नामक हार्मोंन जो शरीर के लिये लाभदायक होतें हैं का स्तर बढ़ जाता हैं.
:::: हँसना शरीर में आक्सीजन की आपूर्ति को बढ़ाता हैं,जो थकावट,तनाव अनिद्रा को दूर करता हैं.
:::: हँसना दर्द के अहसास को कम कर देता हैं.सौ गर्भवती महिलाओं पर किये गये अध्ययन से यह बात प्रमाणित हुई हैं कि यदि प्रसव के समय महिला खिलखिलाकर हँसे तो न केवल प्रसव सुरक्षित होता हैं,बल्कि दर्द का अहसास 75 प्रतिशत तक कम हो जाता हैं.इसके अलावा गर्भावस्था के दोरान हँसना भ्रूण के संतुलित विकास को प्रोत्साहित करता हैं.
:::: हँसनें वाले व्यक्ति के मस्तिष्क में सिरोटोनिन हार्मोंन का स्तर बढ़ जाता हैं जिससे तनाव,उदासी,बैचेनी पलभर में गायब हो जातें हैं.
:::: हँसमुख व्यक्ति का सामाजिक दायरा बहुत अधिक विस्तृत होता हैं ऐसे व्यक्ति से हरकोई पहले मिलनें का प्रयास करता हैं.
:::: एक अध्ययन के द्धारा स्पष्ट हुआ कि जिस कार्यालय का वातावरण हँसने हँसानें वाला होता हैं वहाँ की कार्य उत्पादकता भी बहुत अधिक होती हैं.
:::: हँसी संक्रामक होती हैं यदि आप हसतें हैं तो आपके समीप खड़ा व्यक्ति मुस्करायें बिना नहीं रह पायेगा.और उसका विचार आपके प्रति बहुत सकारात्मक रहेगा.
ऐसा देखा गया हैं,कि हँसमुख व्यक्ति दीर्घायु होकर गंभीर बीमारीयों से बचा रहता हैं.जो व्यक्ति हँसना और हँसाना जानता हैं,दोलत,शोहरत उसके कद़मों में होती हैं.
खिलखिलाकर हंसनें से पेट की मांसपेशियां मज़बूत होतीी हैं
तो आईयें दोस्तों जानतें हैं हँसने के स्वास्थगत लाभों के बारें में
:::: दिल खोलकर हँसनें से मनुष्य का सौन्दर्य निखरता हैं,क्योंकि चेहरे पर मोजूद माँसपेशियों में कसावट आकर झुर्रिया खत्म हो जाती हैं.शोधों से ये बात प्रमाणित हो चुकी हँसनें के दोरान चेहरें की लगभग सौ माँसपेशिया सक्रिय रहती हैं.
:::: कैलिफोर्निया विश्वविधालय के शोधों के अनुसार हँसनें से शरीर की क्षतिग्रस्त कोशिकाओं (cells) की मरम्मत तेजी से होती हैं,जिससे कैंसर, टी.बी.जैसी बीमारीयों के उपचार के दोरान ली गई दवाईयाँ अपना असर तीव्रता से दिखाती हैं.
:::: हँसना मनुष्य की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर मनुष्य को जल्द होनें वालें बुढ़ापे से बचाता हैं.साथ ही एलर्जी, अस्थमा, एड्स जैसे रोगों में जहाँ रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती हैं में हँसना एक अच्छा व्यायाम माना जाता हैं.
:::: हँसनें से ह्रदय की माँसपेशियों में कसावट़ आती हैं,जिससे ह्रदय मज़बूत होकर कोलेस्ट्राँल को ह्रदय से बाहर निकाल देता हैं.
ह्रदय की अनियमित धड़कन के बारें में जानियें यहाँ
:::: हँसना हार्मोंन का स्तर संतुलित करता हैं,इसके अलावा न्यूरोपेप्टाइड़ नामक हार्मोंन जो शरीर के लिये लाभदायक होतें हैं का स्तर बढ़ जाता हैं.
:::: हँसना शरीर में आक्सीजन की आपूर्ति को बढ़ाता हैं,जो थकावट,तनाव अनिद्रा को दूर करता हैं.
:::: हँसना दर्द के अहसास को कम कर देता हैं.सौ गर्भवती महिलाओं पर किये गये अध्ययन से यह बात प्रमाणित हुई हैं कि यदि प्रसव के समय महिला खिलखिलाकर हँसे तो न केवल प्रसव सुरक्षित होता हैं,बल्कि दर्द का अहसास 75 प्रतिशत तक कम हो जाता हैं.इसके अलावा गर्भावस्था के दोरान हँसना भ्रूण के संतुलित विकास को प्रोत्साहित करता हैं.
:::: हँसनें वाले व्यक्ति के मस्तिष्क में सिरोटोनिन हार्मोंन का स्तर बढ़ जाता हैं जिससे तनाव,उदासी,बैचेनी पलभर में गायब हो जातें हैं.
:::: हँसमुख व्यक्ति का सामाजिक दायरा बहुत अधिक विस्तृत होता हैं ऐसे व्यक्ति से हरकोई पहले मिलनें का प्रयास करता हैं.
:::: एक अध्ययन के द्धारा स्पष्ट हुआ कि जिस कार्यालय का वातावरण हँसने हँसानें वाला होता हैं वहाँ की कार्य उत्पादकता भी बहुत अधिक होती हैं.
:::: हँसी संक्रामक होती हैं यदि आप हसतें हैं तो आपके समीप खड़ा व्यक्ति मुस्करायें बिना नहीं रह पायेगा.और उसका विचार आपके प्रति बहुत सकारात्मक रहेगा.
ऐसा देखा गया हैं,कि हँसमुख व्यक्ति दीर्घायु होकर गंभीर बीमारीयों से बचा रहता हैं.जो व्यक्ति हँसना और हँसाना जानता हैं,दोलत,शोहरत उसके कद़मों में होती हैं.
खिलखिलाकर हंसनें से पेट की मांसपेशियां मज़बूत होतीी हैं
जिससेे पाचनतंत्र सुधरता हैं और कब्ज,अपच,जैसी समस्याओं में आराम मिलता हैं ।
हँसी पर कोई कर नहीं लगता इसलियें खूब हँसें और हँसायें हँसतें समय इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि किसी की मज़बूरी,लाचारी,और गरीबी का मजाक न बनाया जावें,साथ ही समय,वातावरण,परिस्थिति और मन:स्थिति का ध्यान रखें.
रक्तदान के बारें मे जानियें
हँसी पर कोई कर नहीं लगता इसलियें खूब हँसें और हँसायें हँसतें समय इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि किसी की मज़बूरी,लाचारी,और गरीबी का मजाक न बनाया जावें,साथ ही समय,वातावरण,परिस्थिति और मन:स्थिति का ध्यान रखें.
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