पतंजलि दंत कांति और विको वज्रदंती दोनों आयुर्वेदिक उत्पाद हैं और दोनों प्रतिष्ठित कंपनियों के उत्पाद हैं किन्तु उपभोक्ता पतंजलि दंत कांति ले या विको वज्रदंती ले इस विषय पर विस्तृत विश्लेषण करने वाले हैं।
पतंजलि दंत कांति पूर्णतः स्वदेशी और आयुर्वेदिक औषधि की श्रेणी का उत्पाद हैं जिसमें निम्नलिखित तत्व मौजूद होते हैं और इन तत्वों के फायदे नुकसान भी जानिए
पतंजलि दंत कांति के प्रति 10 ग्राम टूथपेस्ट में 20 मिली ग्राम अकरकरा की जड़ का रस मिला होता हैं।
• आयुर्वेद चिकित्सा में अकरकरा वर्षों से दांतों की समस्या और गले के संक्रमण को दूर करने के लिए प्रयोग किया जाता रहा हैं।
• अकरकरा में N - alkylamides नामक एल्कलॉइड होता हैं यह तत्व दांतों के दर्द, मसूड़ों की सूजन और मुंह से दुर्गंध दूर करता हैं।
• N- alkylamides जिसे Pellitorin भी कहते हैं खून का थक्का बनने में मदद करता अतः दंत कांति में मौजूद अकरकरा पायरिया के कारण मसूड़ों से निकलने वाले खून का रिसाव नियंत्रित करता हैं।
पतंजलि दंत कांति में दांतों के आयुर्वेद की सबसे महत्वपूर्ण औषधि नीम की छाल का सत मिला होता हैं। 10 ग्राम पतंजलि दंत कांति टूथपेस्ट में 10 मिली ग्राम नीम की छाल का सत होता हैं।
• नीम की छाल में ऐसे तत्व मौजूद होते हैं जो मुंह में बनने वाले एसिड़ के निर्माण को नियंत्रित करते हैं। एसिड़ का कम निर्माण होने से दांतों की बाहरी परत सुरक्षित रहती हैं।[√]
• नीम की छाल में एंटी बेक्टेरियल गुणधर्म होते हैं जो मुंह से आने वाली दुर्गंध और दांतों को सड़न को रोकते हैं।
पतंजलि दंत कांति टूथपेस्ट में प्रति 10 ग्राम टूथपेस्ट 20 मिली ग्राम बबूल की छाल का सत होता हैं।
• बबूल की छाल में टैनिन प्रचुरता से पाया जाता हैं जो मसूड़ों की सूजन कम करता हैं और मसूड़ों के घाव को जल्दी भरने में मदद करता हैं।
• बबूल को आयुर्वेद चिकित्सा में रसायन माना जाता हैं जो नवयौवन प्रदान करता हैं बबूल की छाल भी यही गुणधर्म दर्शाती हैं अतः इससे मुंह की त्वचा स्वस्थ्य बनी रहती हैं।
पतंजलि दंत कांति में प्रति 10 ग्राम टूथपेस्ट 20 मिली ग्राम तोमर बीज का सत होता हैं।
• तोमर बीज बहुत तेज सुगंध पैदा करतें हैं यह तेज सुगंध तोमर बीज में मौजूद तेल के कारण होती हैं तोमर की यह सुगंध मुंह की दुर्गंध दूर करती हैं।
• प्राचीन काल से ही तोमर बीज को पानी में मिलाकर गरारे किए जातें हैं क्योंकि तोमर बीज की घाव भरने की प्रकृति गले के घावों को ठीक करती हैं।
पतंजलि दंत कांति में 10 मिली ग्राम पुदीना पत्ती का रस मिला होता हैं।
• पुदीना भारतीय पारंपरिक चिकित्सा विज्ञान में सदियों से उपयोग हो रहा हैं इसकी सुगंधित प्रकृति सांसों की बदबू को रोकती हैं।
• पुदीना का रस पानी में मिलाकर गरारे करने से गले की खराश दूर होती हैं।
• पुदीना अत्यंत शीतल प्रकृति का होता हैं जो मुंह के छालों की जलन कम करता हैं।
प्रति 10 ग्राम 10 मिली ग्राम लौंग का सत
• लौंग में मौजूद तेल जबरदस्त एंटी बेक्टेरियल होता हैं जो दांतों में मौजूद बैक्टीरिया को समाप्त करता हैं।
• लौंग में Methyl salicylate होता हैं जो मुंह की त्वचा और दांतों के लिए एनेस्थेटिस्ट और Analgesic की तरह काम करता हैं। दांतों के दर्द को यह तुरंत कम करता है।
• लौंग में Furfuric acid होता हैं जो दांतों पर सुरक्षा की परत चढ़ा देता हैं जिससे दांत लम्बें समय तक हानिकारक कीटाणुओं से सुरक्षित रहते हैं।
प्रति 10 ग्राम दंत कांति टूथपेस्ट में 10 मिली ग्राम छोटी पीपली के फल का सत होता हैं।
• छोटी पीपली में दांतों की जड़ में हो रहे दर्द और दांतों की मांसपेशियों में हो रहे खिंचाव को रोकने की क्षमता मौजूद होती हैं।
प्रति 10 ग्राम दंत कांति टूथपेस्ट में 10 मिली ग्राम वज्रदंती के सम्पूर्ण पेड़ का सत होता हैं।
• भारत में प्राचीन काल से महिलाएं वज्रदंती के रस और शहद को मिलाकर अपने बच्चों के मसूड़ों और दांतों की मालिश कर रही हैं ताकि बच्चों के दांत वज्र के समान कठोर हो जाएं।
दंत कांति टूथपेस्ट के प्रति 10 ग्राम में 10 मिली ग्राम बकुल के तने का सत होता हैं।
• बकुल दांतों को घिसने से रोकता हैं।
• बकुल ढीलें दांतों में कसावट लाकर उन्हें मजबूत बनाता हैं।
प्रति 10 ग्राम दंत कांति टूथपेस्ट में 10 मिली ग्राम विडंग सत होता हैं।
• विडंग किटाणु नाशक होता हैं जो मुंह की त्वचा और दांतों में मौजूद हानिकारक कीटाणुओं को मार देता है।
• विडंग फंफूदरोधी भी होता हैं जिससे मुंह में फंगस का प्रभाव नहीं हो पाता हैं।
पतंजलि दंत कांति टूथपेस्ट के प्रति 10 ग्राम में 10 मिली ग्राम हल्दी का सत होता हैं।
• आयुर्वेद चिकित्सा में हल्दी का प्रयोग हाल ही के वर्षों में बहुत अधिक बड़ा हैं। हल्दी पाउडर को गर्म पानी में मिलाकर गरारे किए जातें हैं ताकि मुंह के कैंसर से सुरक्षा मिले।
दंत कांति में 10 मिली ग्राम मेसवाक प्रति 10 ग्राम टूथपेस्ट होता हैं।
• मेसवाक में क्लोराइड, सोडियम बायो कार्बोनेट और पोटेशियम मौजूद होता हैं जो दांतों का मजबूत बनाता हैं।
• मेसवाक दांतों पर प्लाक की परत जमने से रोकता हैं।
पतंजलि दंत कांति के प्रति 10 ग्राम टूथपेस्ट में 5 मिली ग्राम माजूफल के फल का सत होता हैं।
• माजूफल का उपयोग मसूड़ों की सूजन कम करने के लिए आदिवासी समाज सदियों से करते आ रहे हैं।
• माजूफल में टैनिन प्रचुरता से पाया जाता हैं जो कि गले की खराश दूर करता हैं।
Calcium carbonate base
Preservative: Sodium Benzoate Q S
Fluoride content 924 PPM
विको वज्रदंती टूथपेस्ट विको लेबोरेटरी का उत्पाद हैं। यदि देखा जाए तो विको वज्रदंती कई दशकों से भारतीय टूथपेस्ट बाजार में मौजूद हैं।
विको वज्रदंती भी पूर्णतः आयुर्वेदिक औषधि श्रेणी का उत्पाद हैं।
विको वज्रदंती में निम्नलिखित तत्व मौजूद होते हैं
विको वज्रदंती टूथपेस्ट में मुलेठी की जड़ का सत होता हैं।
• मुलेठी वर्षों से आयुर्वेद चिकित्सा में गले की खराश मिटाने के लिए उपयोग की जा रही हैं।
• मुलेठी की जड़ में एंटी बेक्टेरियल गुणधर्म होता हैं जिससे यह मुंह के बैक्टीरिया का सफाया करती हैं।
• विको वज्रदंती टूथपेस्ट में मौजूद मुलेठी में Glycyrrnizin और Glucose होता हैं इन्हीं दो तत्वों के कारण मुलेठी का स्वाद मीठा होता हैं और मुलेठी शीतल प्रकृति की हो जाती हैं।
शीतल प्रकृति के कारण मुंह के छालों की जलन कम करती हैं।
• विको वज्रदंती टूथपेस्ट में मौजूद करंट में प्रचुरता से विटामिन सी पाया जाता हैं जो पायरिया की रोकथाम करने में मदद करता हैं।
• विको वज्रदंती टूथपेस्ट में मौजूद आम बैर दांतों और मुंह में एसिड की मात्रा कम करता हैं जिससे दांतों का क्षरण रुकता हैं।
• विको वज्रदंती टूथपेस्ट में रोज एपल मिला होता हैं जो मुंह की दुर्गंध दूर करता हैं।
• रोज एपल में कैल्शियम, मैग्नीशियम, सोडियम प्रचुरता से पाया जाता है जो दांतों को मजबूत रखता हैं।
• विको वज्रदंती टूथपेस्ट में एशियन हाली ओक मिला होता हैं यह तत्व मुंह के छालों के घाव भरने में मदद करता हैं।
• विको वज्रदंती टूथपेस्ट में मौजूद परसियन वालनट मुंह का एसिड़ कम करता हैं जिससे Dental decay नहीं होता हैं।
• एक शोध के अनुसार Prickly Ash पेड़ की छाल शरीर में बहुत अधिक नाइट्रिक ऑक्साइड के उत्पादन को नियंत्रित करती हैं। अधिक मात्रा में नाइट्रिक ऑक्साइड का शरीर में उत्पादन सूजन के लिए उत्तरदायी होता हैं। √
• Indian Almond फास्फोरस का बहुत अच्छा स्त्रोत होता हैं जो दांतों को मजबूत रखता हैं।
• बहेड़ा फल प्राचीन काल से आयुर्वेद चिकित्सा में दांतों के दर्द और मसूड़ों की सूजन कम करने के लिए उपयोग किया जा रहा हैं।
• बिसप ट्री में मौजूद तेल दांतों को संक्रमण से मुक्त रखकर दांतों को चमकीला बनाता हैं।
• sarsaparilla दांतों को कीटाणुओं से सुरक्षित रखता हैं।
• Catehu या कत्था दांतों के दर्द और मसूड़ों की सूजन को कम करता हैं।
• पतंजलि दंत कांति टूथपेस्ट मसूड़ों की समस्या, दांतों में दर्द और मसूड़ों से खून निकलना जैसी समस्याओं में अच्छा फायदा पहुंचाता हैं।
• विको वज्रदंती टूथपेस्ट मुंह से दुर्गंध और दांतों को चमकदार बनाने में अच्छा हैं।
• पतंजलि दंत कांति टूथपेस्ट सांसों की बदबू में विको वज्रदंती टूथपेस्ट के मुकाबले कम फायदेमंद हैं।
• पतंजलि दंत कांति टूथपेस्ट में मौजूद तत्वों का वर्णन पेकेट पर और टूथपेस्ट पर बहुत बेहतर तरीके से और आयुर्वेदिक प्रमाण के हिसाब से किया गया हैं जबकि विको वज्रदंती टूथपेस्ट में सिर्फ इतना ही लिखा हैं कि यह टूथपेस्ट आयुर्वेदिक औषधियों से निर्मित हैं।
• विको वज्रदंती टूथपेस्ट बहुत अधिक समय से भारतीय टूथपेस्ट मार्केट में मौजूद हैं अतः इसका एक विशेष उपभोक्ता वर्ग हैं।
• पतंजलि दंत कांति टूथपेस्ट ने बाजार में पहले से मौजूद टूथपेस्ट कोलगेट, पेप्सोडेंट, आदि के बाजार को एक हद तक चुनौती दी हैं ।
• विको वज्रदंती टूथपेस्ट के मुकाबले पतंजलि दंत कांति गांव की छोटी सी किराना दुकान पर आसानी से उपलब्ध हैं।
• पतंजलि दंत कांति टूथपेस्ट एक कदम आगे बढ़कर नई नई औषधियां टूथपेस्ट में मिलाकर इसे अधिक बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत हैं जबकि विको वज्रदंती टूथपेस्ट वैसा ही है जैसा चालीसा साल पहले था।
• दांतों को मजबूत बनाने में दोनों टूथपेस्ट बेहतर है किसी का भी चुनाव किया जा सकता हैं।
• पतंजलि दंत कांति टूथपेस्ट और विको वज्रदंती टूथपेस्ट दोनों ही कीमत के मामले में समान ही हैं।
• विको वज्रदंती टूथपेस्ट में फ्लोराइड नहीं होता हैं इस हिसाब से यह बच्चों के लिए सुरक्षित हैं।
• पतंजलि दंत कांति टूथपेस्ट और विको वज्रदंती टूथपेस्ट दोनों ट्राइक्लोसन फ्री हैं।
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1 टिप्पणी:
Nice information
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