सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Coconut water health benefits- जानिए क्यों पीना चाहिए नारियल पानी

 नारियल पानी बच्चों से लेकर बडों तक का फेवरेट ड्रिंक हैं लेकिन बहुत ही कम लोग नारियल पानी पीनें के फायदे के बारे में जानते हैं

तो आईए जानतें हैं नारियल पानी पीने के फायदे के बारें में

Coconut water health benefits,नारियल पानी पीने के फायदे, नारियल पानी पीने के नुकसान


1. Oxidative stress कम करता हैं नारियल पानी

नारियल पानी में एंटी आक्सीडेंट प्रचुरता से पाए जाते हैं जो शरीर की कोशिकाओं को नुकसान पंहुचाने वाले फ्री रेडिकल्स को कम करते हैं और शरीर को Oxidative stress में जानें से बचातें हैं.

सन् 2012 और 2014 में चूहों पर हुए अध्ययन से पता चला कि जिन चूहों को नारियल पानी कुछ दिनों तक दिया गया उन चूहों के लीवर, अग्नाशय और ह्रदय में Free radicals activity कम हो गई. 

2. क्या डायबिटीज मरीज नारियल पानी पी सकता हैं

क्या डायबिटीज मरीज नारियल पानी पी सकता हैं यह सवाल हर रोज पूछा जाता हैं.

शोधकर्ताओं के अनुसार नारियल पानी में मैग्नीशियम प्रचुरता से पाया जाता हैं जो शरीर में इंसुलिन के निर्माण को प्रोत्साहित करता हैं और रक्त शर्करा को नियंत्रित करता हैं.

सन् 2015 और 2021 में हुए शोध के अनुसार जिन चूहों को लगातार नारियल पानी दिया गया उनकी रक्त शर्करा उन चूहों के मुकाबले बेहतर ढंग से नियंत्रित रही जिन्हें नारियल पानी नहीं दिया गया था.

3. पथरी बनने से रोकता है नारियल पानी

नारियल पानी पीने से मूत्र की बारम्बारता बढ़ जाती हैं और नारियल पानी में मोजूद पोटैशियम,सिट्रिक पथरी को शरीर से बाहर निकाल देता है.

चूहों पर नारियल पानी के एक अध्ययन के अनुसार जिन चूहों को नारियल पानी दिया गया उनकी किडनी और मूत्रमार्ग में केल्सियम आक्सलेट का जमाव नहीं हुआ.

4. नारियल पानी ह्रदय रोग के खतरे को कम करता हैं 

नारियल पानी में प्रचुरता से पोटैशियम पाया जाता हैं पोटैशियम उच्च रक्तचाप को कम करता हैं जिससे ह्रदय पर कम दबाव पड़ता हैं और व्यक्ति heart attack के खतरों से बचा रहता हैं.

4. खिलाडिय़ों के नारियल पानी के फायदे

नारियल पानी शरीर के इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बनाए रखता है और शरीर में पानी की कमी को दूर करता हैं जो खिलाड़ी खेल के दौरान साधारण पानी के साथ नारियल पानी भी लेते रहते हैं उनके शरीर में खनिज तत्वों का असंतुलन नहीं होता हैं.

नारियल पानी में मौजूद केलोरी खिलाड़ी के शरीर में खेल के दौरान थकान नहीं आने देती हैं और खिलाड़ी खेल के दौरान तरोताजा बना रहता है.

5. त्वचा के लिए नारियल पानी के फायदे

नारियल पानी में मौजूद विटामिन सी और एंटी आक्सीडेंट त्वचा के कोलेजन को बनाए रखता है जिससे त्वचा चमकदार और जवान बनी रहती है.

6. बीमार व्यक्ति के लिए नारियल पानी के फायदे

जब हम बीमार होते हैं तब शरीर से बहुत सारे खनिज तत्व बाहर निकल जाते हैं और शरीर बेजान और कमजोर हो जाता हैं.

नारियल पानी में मौजूद सोडियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम और विटामिन शरीर में पानी और खनिज पदार्थों की कमी को दूर करता हैं और शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाता है फलस्वरूप व्यक्ति बीमारी से जल्दी उबर जाता हैं.

नारियल पानी में साइटोकाइन नामक प्रोटीन होता हैं जिसका काम हमारे प्रतिरोधक तंत्र को सचेत करना होता हैं जब साइटोकाइन शरीर में मौजूद रहता है तो हमारा प्रतिरोधक तंत्र किसी भी बीमारी के प्रति तुरंत प्रतिक्रिया देकर उस बीमारी को शरीर में पनपने नहीं देता है.

7. वजन कम करने में नारियल पानी के फायदे

नारियल पानी में अन्य पेय पदार्थों जैसे सोडा,फलों का रस आदि के मुकाबले बहुत कम शक्कर और केलोरी होती हैं यदि हम वजन कम करने वाली कसरत कर रहें हैं और बीच बीच में नारियल पानी लेते हैं तो हमारी भूख नियंत्रित रहती हैं और व्यक्ति कसरत के बाद बहुत अधिक खाने से बचा रहता है.

9. पाचन तंत्र के लिए नारियल पानी के फायदे

नारियल पानी में मौजूद मैग्नीशियम और फायबर हमारे पाचन तंत्र को मजबूत रखता है जिससे कब्ज और अपच से सुरक्षा मिलती हैं.

10. गर्भावस्था के दौरान नारियल पानी पीना चाहिए या नहीं

नारियल पानी में मौजूद खनिज तत्व और विटामिन गर्भवती स्त्री को सुबह के समय आने वाली उल्टी और चक्कर से बचाते हैं.

नारियल पानी में मौजूद कैल्शियम,प्रोटीन गर्भस्थ शिशु के बेहतर विकास के लिए महत्वपूर्ण तत्व माने जाते हैं.

• क्या दूध पीलाने वाली महिला नारियल पानी पी सकती हैं? 

दूध पीलाने वाली महिला नारियल पानी पी सकती हैं क्योंकि नारियल पानी में मौजूद खनिज और विटामिन माता के दूध के साथ मिलकर बच्चे का संपूर्ण विकास करते हैं

11.Tender Coconut kya hota hai

Tender coconut हरे नारियल को कहते हैं जब नारियल 5 से 7 महिने का होता हैं तो उसमें नारियल का सफेद भाग पूरी तरह से विकसित नहीं होता हैं और यह नारियल पानी के साथ मिला रहता हैं, नारियल का यह भाग सफेद और पारदर्शी होता हैं. Tender coconut water का स्वाद पूरी तरह से विकसित और 10 से 11 माह के नारियल से थोड़ा अलग होता हैं.

Tender coconut और पूरी तरह से विकसित नारियल में वसा के स्तर में भी अंतर होता हैं.Tender coconut water में वसा कम होती है जबकि Mature coconut water में वसा अधिक होती हैं.

• कोलोनस्कोपी से पहले नारियल पानी पी सकते हैं? 

जी हाँ, कोलोनस्कोपी से पहले नारियल पानी पी सकते हैं सिर्फ ठोस आहार जैसे नहीं लेना हैं.

• आयुर्वेद अनुसार नारियल पानी की तासीर कैसी होती हैं? 

आयुर्वेद अनुसार नारियल पानी शीतल प्रकृति का होता हैं.

√ सुबह खाली पेट नारियल पानी पीने से क्या होता हैं? 

सुबह उठकर बहुत से लोग नारियल पानी पीतें हैं , नारियल पानी में 95 प्रतिशत शुद्ध पानी ही होता हैं अत: सुबह उठकर नारियल पानी पीने से पानी के साथ मिनरल्स भी शरीर को मिल जातें हैं जिससे में स्फूर्ति और ताकत आती हैं.

• एक दिन में कितना नारियल पानी पीना चाहिए? 

विशेषज्ञों के अनुसार नारियल पानी का अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए एक से दो कप नारियल पानी शरीर के लिए पर्याप्त माना जाता हैं.

• क्या नारियल पानी शुक्राणु की संख्या बढ़ाता हैं? 

नारियल पानी में जिंक अच्छी मात्रा में मौजूद होता हैं जो शुक्राणु के निर्माण और उनकी गतिशीलता के लिए आवश्यक माना जाता हैं अत:नियमित अंतराल पर नारियल पानी पीने से शुक्राणु की संख्या बढ़ती हैं . 

• बच्चों को नारियल पानी पिलाना चाहिए या नहीं

अमेरिकन एकेडमी आफ पिडियाट्रिक्स के अनुसार बच्चों को नारियल पानी पिलाने से बच्चों का मस्तिष्क सही तरीके से विकसित होता हैं और नारियल पानी बच्चों की हड्डियों के लिए आवश्यक खनिज पदार्थों की पूर्ति करता हैं.

अमेरिकन एकेडमी आफ पिडियाट्रिक्स एक साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए नारियल पानी पीने की अनुसंशा करता हैं.

• नारियल पानी और साधारण पानी दोनों में से कौंन सा बेहतर हैं

नारियल पानी जहाँ  खनिज तत्व का उत्तम स्त्रोत होता हैं वही साधारण पानी में नारियल पानी के मुकाबले खनिज तत्व कम होते हैं.

हम नारियल पानी को रोजमर्रा की पानी जरुरत के हिसाब से पूरा दिन नहीं पी सकते क्योंकि इसमें मौजूद खनिज हमारे रोजमर्रा की खनिज आवश्यकता के हिसाब से बहुत अधिक होते हैं जबकि साधारण पानी में मौजूद हमारे रोजमर्रा की जरूरत के हिसाब से पर्याप्त मात्रा में होते हैं.

• नारियल पानी और ब्लैक वाटर में क्या अंतर हैं? 

नारियल पानी का Ph level 4 से 5 के बीच होता है इस तरह से नारियल पानी Acidic प्रकृति का होता है जबकि Black water का पीएच लेवल 8 से 9 के बीच होता है इस तरह ब्लैक वाटर Alkaline प्रकृति का होता हैं.

दोनों के अपने अपने स्वास्थ्य लाभ हैं आपकी प्रकृति के अनुसार कौंन सा पानी आपको पीना चाहिए यह आपके dietitian द्वारा ही निर्धारित होगा.

• क्या पीरियड में नारियल पानी पी सकते हैं? 

जी हाँ, पीरियड में भी नारियल पानी पी सकते हैं, पीरियड के दौरान स्त्री कमजोरी और थकान अनुभव करती है यदि इस दौरान महिला नारियल पानी पीती हैं तो उन्हें पर्याप्त ऊर्जा और पोषण मिलेगा.

• नारियल पानी के साइड इफेक्ट्स

• नारियल पानी शीतल प्रकृति का होता हैं अत: जिन लोगों को सर्दी, खांसी हो उन्हें नारियल पानी फायदे के बजाय नुकसान पंहुचा सकता हैं.

• जिन लोगों को नारियल पानी से एलर्जी हो उन्हें भी नारियल पानी नहीं पीना चाहिए.

• किडनी संबंधित बीमारी से ग्रसित लोगों को नारियल पानी पीने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श कर लेना चाहिए.

• नारियल पानी में पोटैशियम भरपूर होता हैं ऐसे में अधिक मात्रा में नारियल पानी का सेवन उल्टी दस्त की समस्या पैदा कर सकता हैं.

• जिन लोगों को hyperckalemia यानि रक्त में पोटैशियम की अधिक मात्रा हो उन्हें नारियल पानी नहीं पीना चाहिए.

• जिन लोगों को निम्न रक्तचाप होता हो उन्हें भी नारियल पानी नहीं पीना चाहिए.

Author

Dr. S. K. Vyas


 नारियल पानी में कौंन से पोषक तत्व पाएं जाते हैं

IngredientAmount
Riboflavin (B2)0.057 mg
Niacin (B3)0.080 mg
Pantothenic acid0.043 mg
Vitamin B60.032 mg
IngredientAmount
Coconut water100 ml
Calories19
Total fat0 g
Saturated fat0 g
Trans fat0 g
Cholesterol0 mg
Sodium28 mg
Potassium194 mg
Total carbohydrates4 g
Dietary fiber0.3 g
Sugars3.7 g
Protein0.7 g
Vitamin C3% DV
Calcium1% DV
Magnesium5% DV
Phosphorus1% DV
Zinc2% DV
Copper2% DV
Manganese17% DV

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

होम्योपैथिक बायोकाम्बिनेशन नम्बर #1 से नम्बर #28 तक Homeopathic bio combination in hindi

  1.बायो काम्बिनेशन नम्बर 1 एनिमिया के लिये होम्योपैथिक बायोकाम्बिनेशन नम्बर 1 का उपयोग रक्ताल्पता या एनिमिया को दूर करनें के लियें किया जाता हैं । रक्ताल्पता या एनिमिया शरीर की एक ऐसी अवस्था हैं जिसमें रक्त में हिमोग्लोबिन की सघनता कम हो जाती हैं । हिमोग्लोबिन की कमी होनें से रक्त में आक्सीजन कम परिवहन हो पाता हैं ।  W.H.O.के अनुसार यदि पुरूष में 13 gm/100 ML ,और स्त्री में 12 gm/100ML से कम हिमोग्लोबिन रक्त में हैं तो इसका मतलब हैं कि व्यक्ति एनिमिक या रक्ताल्पता से ग्रसित हैं । एनिमिया के लक्षण ::: 1.शरीर में थकान 2.काम करतें समय साँस लेनें में परेशानी होना 3.चक्कर  आना  4.सिरदर्द 5. हाथों की हथेली और चेहरा पीला होना 6.ह्रदय की असामान्य धड़कन 7.ankle पर सूजन आना 8. अधिक उम्र के लोगों में ह्रदय शूल होना 9.किसी चोंट या बीमारी के कारण शरीर से अधिक रक्त निकलना बायोकाम्बिनेशन नम्बर  1 के मुख्य घटक ० केल्केरिया फास्फोरिका 3x ० फेंरम फास्फोरिकम 3x ० नेट...

PATANJALI BPGRIT VS DIVYA MUKTA VATI EXTRA POWER

PATANJALI BPGRIT VS DIVYA MUKTA VATI EXTRA POWER  पतंजलि आयुर्वेद ने high blood pressure की नई गोली BPGRIT निकाली हैं। इसके पहले पतंजलि आयुर्वेद ने उच्च रक्तचाप के लिए Divya Mukta Vati निकाली थी। अब सवाल उठता हैं कि पतंजलि आयुर्वेद को मुक्ता वटी के अलावा बीपी ग्रिट निकालने की क्या आवश्यकता बढ़ी। तो आईए जानतें हैं BPGRIT VS DIVYA MUKTA VATI EXTRA POWER के बारें में कुछ महत्वपूर्ण बातें BPGRIT INGREDIENTS 1.अर्जुन छाल चूर्ण ( Terminalia Arjuna ) 150 मिलीग्राम 2.अनारदाना ( Punica granatum ) 100 मिलीग्राम 3.गोखरु ( Tribulus Terrestris  ) 100 मिलीग्राम 4.लहसुन ( Allium sativam ) 100  मिलीग्राम 5.दालचीनी (Cinnamon zeylanicun) 50 मिलीग्राम 6.शुद्ध  गुग्गुल ( Commiphora mukul )  7.गोंद रेजिन 10 मिलीग्राम 8.बबूल‌ गोंद 8 मिलीग्राम 9.टेल्कम (Hydrated Magnesium silicate) 8 मिलीग्राम 10. Microcrystlline cellulose 16 मिलीग्राम 11. Sodium carboxmethyle cellulose 8 मिलीग्राम DIVYA MUKTA VATI EXTRA POWER INGREDIENTS 1.गजवा  ( Onosma Bracteatum) 2.ब्राम्ही ( Bacopa monnieri...

गेरू के औषधीय प्रयोग

गेरू के औषधीय प्रयोग गेरू के औषधीय प्रयोग   आयुर्वेद चिकित्सा में कुछ औषधीयाँ सामान्य जन के मन में  इतना आश्चर्य पैदा करती हैं कि कई लोग इन्हें तब तक औषधी नही मानतें जब तक की इनके विशिष्ट प्रभाव को महसूस नही कर लें । गेरु भी उसी श्रेणी की   आयुर्वेदिक औषधी   हैं। जो सामान्य मिट्टी   से   कहीं अधिक   इसके   विशिष्ट गुणों के लिए जानी जाती हैं। गेरु लाल रंग की मिट्टी होती हैं। जो सम्पूर्ण भारत में बहुतायत मात्रा में मिलती हैं। इसे गेरु या सेनागेरु कहते हैं। गेरू  आयुर्वेद की विशिष्ट औषधि हैं जिसका प्रयोग रोग निदान में बहुतायत किया जाता हैं । गेरू का संस्कृत नाम  गेरू को संस्कृत में गेरिक ,स्वर्णगेरिक तथा पाषाण गेरिक के नाम से जाना जाता हैं । गेरू का लेटिन नाम  गेरू   silicate of aluminia  के नाम से जानी जाती हैं । गेरू की आयुर्वेद मतानुसार प्रकृति गेरू स्निग्ध ,मधुर कसैला ,और शीतल होता हैं । गेरू के औषधीय प्रयोग 1. आंतरिक रक्तस्त्राव रोकनें में गेरू शरीर के किसी भी हिस्से म...