#1.हार्ट अटेक का पूर्वानुमान लगाने वाली मशीन के विकास के लिये शोधकर्ता प्रयासरत :::
समाचारों के अनुसार शोधकर्ता एक ऐसे यंत्र का अविष्कार करनें मे लगे हुये हैं,जिससे हार्ट अटेक का संकेत समय रहतें मिल जायें और व्यक्ति का समय रहते इलाज कर जान बचाई जा सकें.
यह यंत्र माचिस की डिब्बी के आकार का होगा जो मनुष्य की कालर बोन के निचें फीट किया जायेगा,दिल में असामान्य गतिविविधि की आशंका होनें पर यह यंत्र उन गतिविविधियों को रिकार्ड कर कम्पन के माध्यम से सूचना दे देगा जो तुरन्त रोगी और उससे सम्बद्ध अस्पताल तक पहुँच जायेगी.
इस यंत्र के अस्तित्व में आने पर लाखों ऐसे रोगी की जान बचायी जा सकेगी जिनका पारिवारिक इतिहास ह्रदय रोगों का रहा हैं,या जो ह्रदय रोग से ग्रसित हैं.
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#2 .टेली मेडिसीन (Tele medicine) द्धारा सूदूर क्षेत्रों में स्वास्थ सेंवाओं की बढ़ती लोकप्रियता :::
भारत सहित अनेक विकसित और विकासशील राष्ट्रों में सूदूर ग्रामीण अँचलों में स्वास्थ सुविधायें उपलब्ध करवाना शासन के लियें हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा हैं,अब इस चुनोंती को टेली मेडिसीन के माध्यम से पूरा किया जा रहा हैं.
इस प्रणाली में गाँव में स्थित कामन सर्विस सेन्टर (csc) का उपयोग किया जाता हैं.यहाँ स्थित कम्प्यूटर इन्टरनेट़ के माध्यम से देश के प्रसिद्ध अस्पतालों से जुड़ा रहता हैं.गाँवों में स्थित काँमन सर्विस सेन्टर के आपरेटर को एक विशेष कीट़ दी जाती हैं,जो यूरिन,ब्लड़ प्रेशर और खून की जाँच करती हैं,यह कीट़ कम्प्यूटर से जुडकर ब्लड़,यूरिन,और ब्लड़ प्रेशर से संबधित परिणाम सीधे चिकित्सक के कम्प्यूटर स्क्रीन पर प्रदर्शित करती हैं,जिससे चिकित्सतक बीमारी को पहचान कर उपचार करता हैं.लिखी गई दवाईयाँ आपरेटर के पास उपलब्ध हो जाती हैं.
इस प्रणाली से रोगी का बहुमूल्य समय और पैसा बच जाता हैं,जो वह गाँव और शहर के बीच यात्रा करने में खर्च करता हैं,साथ विश्वसतरीय अस्पतालों से इलाज का लाभ भी मिलता हैं.
#3.कैंसर के लियें Nano particle :::
university of Toranto के शोधकर्ता वारेन चान ने करीब दस सालों तक शोध करनें के उपरान्त कैंसर ट्यूमर तक दवा पँहुचानें वालें विशेष नेनो पार्टीकल की खोज की हैं.
इससे दवा मात्र कैंसर ट्यूमर को ही नष्ट करेगी जिससे मरीज़ के शरीर के साथ स्वस्थ कोशिकाओं पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होगा.अभी तक कैंसर के लिये दी जानें वाली दवाओं के अनेक साईड़ इफेक्ट़ देखनें को मिलतें हैं,जैसें बालों का झड़ना,उल्टी होना,भोजन के प्रति अरूचि आदि शोधकर्ता इस खोज को कैंसर उन्मूलन की दिशा में मील का पत्थर मान रहें हैं.
# 4.एड्स की नई दवा का परीक्षण :::
एड्स को जड़ से समाप्त करनें हेतू शोधकर्ता एक ऐसी दवाई का परीक्षण कर रहें हैं,जो एक बार की ख़ुराक में ही एड्स को जड़ से समाप्त कर देगी.समाचार पत्रों के मुताबिक यह परीक्षण दक्षिण अफ्रीका में हो रहा हैं,इसको करनी वाली संस्था HVTAN एड्स से जुड़े मामलों का लम्बें समय से शोध कर रही हैं.
# 5.आध्यात्मिक होना स्वास्थ के लिये लाभप्रद :::
अमेरिका के " The State University "के शोधकर्ता proffer Christopher shtetel ने अपनें शोध के द्धारा निष्कर्ष निकाला कि यदि आप नियमित रूप से धार्मिक स्थलों पर प्रार्थना करतें हैं,या किसी धार्मिक संस्था के साथ जुड़े रहतें हैं,तो इससे आपकी स्वस्थ अनुभव करनें की मनोवृत्ति विकसित होती हैं,जो अंतत:स्वस्थ रहनें में मदद करती हैं.
जबकि जो लोग पूर्व में आस्तिक थे किन्तु धिरें - धिरें नास्तिकता की ओर अग्रसर होतें गये उनमें अपनें आप को स्वस्थ माननें की दर आस्तिक लोगों की तुलना में आधी हो गई.यह शोध अलग - अलग धर्मावलम्बीयों के बीच किया गया था.
#6. खेलनें से बढ़ती है रोगप्रतिरोधकता :::
जो बच्चें अपनें माता - पिता की डाँट के डर से धूल मिट्टी में नही खेलतें और सदैव साफ स्वच्छ कीटाणुरहित माहोल में रहतें हैं,उनकी रोगप्रतिरोधक क्षमता उन बच्चों की तुलना में बहुत कमज़ोर रहती हैं,जो हफ्तें में एक या दो बार मैदान में धूल मिट्टी में खेलतें हैं.
हमनें एक वर्ष तक बच्चों के दो समूह बनाकर विश्लेषण किया तो पता चला कि पहला वाला समूह जो सिर्फ स्कूल और उसके बाद सीधे घर चला जाता था में स्वास्थगत समस्याएँ जैसें एलर्जी, एनिमिया, पेट दर्द ,सर्दी - खाँसी,बुखार हर महिनें प्रकट होती थी.
जबकि दूसरें वाला समूह जो स्कूल के बाद एक से दो घंटा मैदान मेंमें धूल,मिट्टी में खेलता था,के सदस्यों में स्वास्थ समस्याएँ लगभग न के बराबर थी.
#7. देर रात का भोजन बढ़ाता है मोटापा :::
कैलिफोर्निया के साल्क इंस्टीटयूट में कार्यरत शोधकर्ता सच्चिनानंद पंडा के अनुसार यदि आप देर रात तक भोजन करतें हैं,तो आपके मोटापे से ग्रसित होनें की प्रबल संभावना हैं,क्योंकि पेट़ भरा रहनें से ब्राउन फेट सक्रिय नहीं हो पाता जिससे कि शरीर की कैलोरी बर्न नहीं हो पाती हैं.
# 8.कैंसर के लिये म्यूजिक थैरेपी है लाभप्रद :::
कैंसर रोगीयों के लिये यह ख़बर बहुत उम्मीद वाली हैं,कि यदि कैंसर रोगी अपना मनपसंद संगीत सुनें तो इससे कैंसर के डर और इससे उपजे तनाव को काफी कम किया जा सकता हैं,यह शोध कैंसर रिसर्च यूनाइटेड़ किंगड़म द्धारा कैंसर से पीड़ित कई रोगीयों पर संगीत का प्रभाव जाननें के लिये किया गया था.
# 9.तनाव के समय महिलाओं की गर्भधारण क्षमता कमज़ोर हो जाती हैं :::
अमेरिका के बोस्टन विश्वविधालय के शोध में पता चला कि यदि महिलायें अवसाद के दोरान गर्भवती होनें का प्लान बनाती हैं,तो उनकी गर्भधारण क्षमता 38% तक कम हो जाती हैं.इसके अलावा उनके मासिक चक्र पर भी तनाव का नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, और चक्र अनियमित हो जाता हैं.
#10.लम्बी औरतों को स्तन कैंसर का अधिक ख़तरा रहता हैं :::
हालैंड़ के शोधकर्ताओं के अनुसार लम्बी महिलाओं का विकास कम उम्र से ही शुरू हो जाता हैं,फलस्वरूप ऐसी महिलाओं में हार्मोंन का बदलाव भी बहुत तेज़ी के साथ होता हैं,ऐसे हार्मोंन बदलाव के दोरान स्तन कैंसर की आशंका बढ़ जाती हैं.
# 11.परिवार का साथ लम्बी उम्र देता हैं :::
- टोरेंटो विश्वविधालय के जेम्स लेवनिक की मानें तो जो लोग परिवार के साथ रहतें हैं,उनकी उम्र लम्बी होनें की संभावना उन लोगों के मुकाबले दुगनी होती हैं,जो अकेले रहतें हैं.क्योंकि परिवार भावनात्मक सुरक्षा को बढ़ाकर अन्तत: उम्र के लम्बी होनें में मदद करता हैं.
# 12.शोरशराबें में रहनें वालों को ह्रदयघात की अधिक संभावना --
जर्मनी [Germany] के Dresden university के शोधकर्ताओं का कहना हैं,कि जो लोग शोर भरी सड़क या अत्यधिक व्यस्त रेलमार्ग के निकट़ रहतें हैं,उनमें ह्रदयघात का ख़तरा उन लोगों की तुलना में अधिक पाया जाता हैं,जो शांत प्रकृति के बीच रहतें हैं,शोधकर्ताओं के अनुसार इस शोध से ह्रदयघात और ध्वनि प्रदूषण के बीच सम्बधों को समझने में मदद मिलेगी.
# 13.वायु प्रदूषण से होनें वाली मौंतों में भारत का विश्व में दूसरा स्थान :::
अमेरिका के हेल्थ इफेक्ट़ इंस्टीट्यूट की एक रिपोर्ट के अनुसार वायु के प्रमुख प्रदूषक तत्व पीएम 2.5 के कारण भारत में मरने वाले लोगों की सँख्या 11 लाख सालाना हैं.और भारत चीन के बाद दूसरा देश हैं,जहाँ इतनी मौत हो रही हैं.यह सँख्या लगातार बढ़ रही हैं.
सन् 1990 के बाद इसमें लगातार बढ़ोतरी हो रही हैं.जानकारों के मुताबिक यदि इसी रफ़्तार से वायु प्रदूषण जारी रहा तो अगले पाँच वर्षों में भारत चीन को पीछे छोड़ देगा.
# 13. मधुमेह का इलाज कड़ी कसरत :::
लंदन एबर्टे यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने लम्बी खोज उपरांत दावा किया हैं कि कड़ी कसरत टाइप 2 मधुमेह को दूर भगा सकती हैं.यदि व्यक्ति रोज मात्र 2 मिनिट कड़ी कसरत कर लें,तो उसे मधुमेह नही होगा.
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