सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Migraine: आधे सिर दर्द का सबसे अच्छा होम्योपैथिक उपचार

  आधे सिर दर्द की बीमारी भारत सहित दुनिया भर में रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित करने वाली बहुत बड़ी बीमारी है। आधे सिर दर्द से पुरुषों की अपेक्षा महिलाएं अधिक प्रभावित रहती हैं।   तो आईए जानतें हैं आधे सिर दर्द के होम्योपैथिक उपचार के बारें में  1.होम्योपैथिक मेडिसिन सिमिसिफ्यूगा  सिमिसिफ्यूगा आधे सिर दर्द से संबंधित निम्न लक्षणों में बहुत अच्छा असर करती हैं 1.सिर की नसों में बहुत तेज दर्द जिसे Neuralgia भी कहते हैं। 2.मासिक चक्र की गड़बड़ी के कारण आधे सिर दर्द की बीमारी होना। 3.स्त्री के अंडाणु न बनने के कारण माहवारी की शुरुआत से पहले आधे सिर दर्द की बीमारी होना। 4.आंख के ऊपरी भाग में तेज दर्द जो आधे सिर दर्द के साथ होता हैं। 5.सिर दर्द के साथ सिर के ऊपरी भाग में तेज गर्माहट महसूस होना। 2. होम्योपैथिक मेडिसिन सैग्यूनेरिया  1.आधे सिर दर्द के साथ बुखार आ जाना। 2.आधे सिर दर्द के साथ ठंड लगना। 3.सिर दर्द के साथ नसों में खिंचाव पैदा होना। 4.आवाज के साथ सिर दर्द बढ़ता हैं। 5.तेज धूप या तेज रोशनी में निकलने पर अचानक आधे सिर में दर्द होना। 3.होम्योपैथिक मेडिसिन जेलेसिमियम 1.आंखो में दर्द के स

बच्चों में दांत निकलने की समस्या :होम्योपैथिक उपचार से होगी दूर

  बच्चों में दांत निकलने की समस्या से पूरा परिवार चिंतित हो जाता हैं और बच्चें को तकलीफ़ न हो इसके लिए तमाम जतन करता हैं। आज हम आपको बच्चों में दांत निकलते समय होने वाली शारीरिक समस्या के लिए होम्योपैथिक दवाओं के बारे में जानकारी देंगे 1. बायो कांबिनेशन नंबर 21 यह एक बायो काम्बिनेशन‌ हैं जिसमें वे सभी खनिज तत्व मौजूद रहते हैं जो बच्चों को दांत निकलते समय जरुरी होते हैं।  2.एकोनाइट  •बच्चों में दांत निकलते समय बुखार आना। •दांत निकलते समय ठंड लगना। • बच्चा बहुत अधिक रोता हो। • दांतों में दर्द हो रहा हो। उपरोक्त शारीरिक समस्या होने पर एकोनाइट बहुत अच्छा प्रभाव दिखाती हैं। 3.स्टैफिसेग्रिया • बच्चों में दांत निकलते समय बदन दर्द होना। • बदन दर्द के कारण कराहना। • बहुत अधिक बैचेनी होना। • बच्चा चिड़चिड़ा हो जाता हैं। 4.कोलोसिंथिस  • थोड़ी थोड़ी देर में रोना। • बहुत अधिक बैचेनी होना। • बहुत अधिक चिड़चिड़ापन होना। 5.कैल्केरिया कार्ब •सही आकार और सुंदर दांत आनें में मदद करने वाली होम्योपैथिक दवा। • बच्चों के दांत आसानी से निकलने में मदद करती हैं। 6.ब्रायोनिया • बच्चों को दांत निकलते समय त्वचा मे

New research :: BMI इस लेवल से अधिक हैं तो सावधान हो सकती है यह बीमारी

Author:: healthylifestyehome भारत में बढ़ते डायबिटीज के मरीज देश के स्वास्थ्य ढ़ांचे के समक्ष नई चुनौती पेश कर रहे हैं। आज की तारीख में भारत में भारत में आठ करोड़ डायबिटीज मरीज हैं। डायबिटीज मरीज बढ़ने की यही रफ़्तार रही तो विशेषज्ञों के मुताबिक सन् 2030 तक 13 करोड़ डायबिटीज मरीज भारत में हो सकतें हैं। अभी हाल ही में देश के 10 मेट्रो शहरों में 5 हजार लोगों पर हुए स्वास्थ्य सर्वे में यह बात सामने आई कि यदि व्यक्ति का बाड़ी मास इंडेक्स या BMI 23 से अधिक है और उम्र 40 वर्ष से अधिक हैं तो उसे डायबिटीज का बहुत अधिक खतरा है।  स्वास्थ्य सर्वे में जो अन्य बात सामने आई वो निम्न हैं 1.डायबिटीज का पारिवारिक इतिहास होने पर डायबिटीज का जोखिम 40 की उम्र के बाद 40 गुना बढ़ जाता हैं। 2.खराब जीवनशैली  जिसमें शराब की पीनें की आदत,जंक फूड खाने की आदत, धूम्रपान की आदत हैं तो डायबिटीज का खतरा बहुत अधिक हो जाता हैं। 3.दैनिक जीवन में व्यायाम नहीं करने पर और बाडी मास इंडेक्स 23 से अधिक होने पर 30 से 50 साल के व्यक्ति सबसे अधिक प्री डायबिटिक पाए गए। 4.जिन लोगों का वजन उनकी लम्बाई से 8 से 12 किलो अधिक होता हैं

Breast cancer : ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में नई खोज

Author-healthylifestylehome ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में नई खोज Indian institute of science education and research (Iser) के वैज्ञानिकों ने Breast cancer से संबंधित एक महत्वपूर्ण खोज की हैं। Iser के वैज्ञानिकों ने दो वर्ष की Reaserch के बाद एक प्रोटीन का पता लगाया हैं। इस प्रोटीन का नाम E - 2 F-1 हैं।  ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में नई खोज के द्वारा वैज्ञानिकों ने बताया कि यह E -2 F-1 नामक प्रोटीन शरीर में स्तन कैंसर फैलाने वाले एक खास प्रोटीन जिसका नाम ESRP -1 हैं को नियंत्रित करता हैं।  वैज्ञानिकों ने बताया कि जब शरीर में ESRP-1 प्रोटीन बढ़ता हैं तो स्तन कैंसर की कोशिकाएं बढ़ने लगती हैं और जब ESRP-1 प्रोटीन जब घटता है तो कैंसर कोशिकाएं रक्त नलिकाओं में मौजूद खून के माध्यम से शरीर में फैलने लगता हैं। शोध में मौजूद वैज्ञानिकों के अनुसार भविष्य में E-2 F-1 प्रोटीन और दवाओं के माध्यम से Breast cancer को बढ़ने से रोका जा सकता है। Breast cancer को रोकने की दिशा में उपरोक्त खोज को विज्ञान की प्रतिष्ठित पत्रिका नेचर के Oncology संस्करण में भी प्रकाशित किया गया है। • टाप स्मार्ट हेल्थ गेजेट्स • गंधक

Omicron वायरस क्या हैं, Omicron के लक्षण क्या हैं

  Author-healthylifestylehome प्रश्न 1.Omicron वायरस क्या हैं ? उत्तर 1. Omicron virus SARS COV -2 यानि कोरोना वायरस का एक म्यूटेशन कर चुका वेरिएंट हैं। W.H.O.के अनुसार Omicron B.1.1.1.529 प्रकार का वेरिएंट हैं। जिसका मतलब हैं यह अन्य दूसरे कोरोनावायरस से बहुत उन्नत वेरिएंट हैं। Omicron वायरस का प्रथम केस दक्षिण अफ्रीका में 24 नवंबर 2021 को मिला था। B.1.1.1.529 वेरिएंट में 50 प्रकार के म्यूटेशन देखें गए हैं जिसमें से 30 से अधिक म्यूटेशन Omicron वायरस के स्पाइक प्रोटीन यानि वायरस के ऊपर स्थित कांटेदार संरचना में हुए हैं।  प्रश्न 2. Omicron vs Delta variant में से कौंन ज्यादा खतरनाक हैं ? उत्तर - विश्व स्वास्थ्य संगठन ने Omicron को Variation of Concern घोषित किया हैं जिसका मतलब हैं कि यह बहुत तेजी से अपने में बदलाव करता हैं। और मौजूदा स्वास्थ्य प्रणाली को चुनौती देता हैं।  Delta variant की R Value या Reproduction value 6 से 7 के बीच ही हैं जिसका मतलब हैं कि एक डेल्टा वायरस प्रभावित व्यक्ति 6 से 7 व्यक्तियों को संक्रमित कर सकता हैं। Omicron virus की R Value 35 से 45 तक पाई गई हैं जिसका मत

Omicron (B.1.1.529): SARS-CoV-2 चिंता का कारण

Omicron  (B.1.1.529): SARS-CoV-2 चिंता का कारण विश्व स्वास्थ्य संगठन का "SARS-CoV-2 वायरस इवोल्यूशन (TAG-VE)" पर तकनीकी सलाहकार समूह विशेषज्ञों का एक स्वतंत्र समूह है जो समय-समय पर SARS-CoV-2 के विकास की निगरानी और मूल्यांकन करता है कि क्या विशिष्ट वायरस म्यूटेशन और म्यूटेशन के संयोजन व्यवहार को बदलते हैं। ।  TAG-VE को 26 नवंबर 2021 को SARS-CoV-2 प्रकार: B.1.1.1.529 की जांच करने हेतू विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बुलाया था। कोरोनावायरस के  B.1.1.1.529 वेरिएंट या omicron को पहली बार 24 नवंबर 2021 को दक्षिण अफ्रीका में पहचाना गया और उसने इसकी सूचना डब्ल्यूएचओ को दी।    हाल के सप्ताहों में, omicron के संक्रमणों में तेजी से वृद्धि हुई है, इसके पहले omicron के पहले केस की पुष्टि जिसे  B.1.1.529 कहा गया  9 नवंबर 2021 को एकत्र किए गए नमूने से हुई थी।  Omicron में बड़ी संख्या में म्यूटेशन हुए हैं,  प्रारंभिक साक्ष्य के आधार पर यह कहा जा सकता हैं कि अन्य variation of concern की तुलना में omicron संक्रमण के बहुत अधिक बढ़ने का संकेत   देते हैं।   दक्षिण अफ्रीका के लगभग सभी प्रांतों में इस प्

Corona third wave : से बचने के सबसे बेस्ट तरीके

corona third wave की आहट सुनाई देने लगी हैं और इस corona third wave की चपेट में वो लोग अधिक हैं जिन्होंने corona vaccine की दोनों डोज लगवा ली हैं। दोस्तों एक बात समझना बहुत जरूरी हैं कि कोराना अब आपके बीच बहुत लम्बें समय तक रहने वाला हैं यह अब आप पर निर्भर करता हैं कि आप इस वायरस के प्रति अपनी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं या फिर कमज़ोर प्रतिरोधक क्षमता के साथ कोरोना को आप पर हावी करवाना चाहते हैं। यदि कोरोनावायरस को खतरनाक वायरस से सामान्य फ्लू वायरस के रुप में बदलना हैं तो आपको प्राचीन आयुर्वेद जीवनशैली को हर हाल में अपनाना ही पड़ेगा। तो आईए जानतें हैं 8 बेस्ट तरीकों के बारें में 1.सुबह शाम दोड़ना शुरू करें कोरोनावायरस सबसे ज्यादा श्वसन तंत्र पर हमला करता हैं,कोरोना की दूसरी लहर में में अनेक लोग श्वसन तंत्र फैल हो जानें से मरें थे। ऐसा corona third wave  में न हो इसकी तैयारी हमें पहले से ही करना है।  मैंने अपने निजी अनुभव से देखा हैं कि कोरोना की दूसरी लहर में खिलाड़ीयों को कोरोना के हल्के लक्षण ही प्रकट हुए थे और कोई भी खिलाड़ी गंभीर रूप से श्वसन तंत्र के संक्रमण से प्रभावित नहीं हुआ