राष्ट्रीय आयुर्वेद विधापीठ की स्थापना के माध्यम से आयुर्वेद को विश्वव्यापी बनानें का केन्द्रीय आयुष मंत्रालय का सराहनीय प्रयास
नई दिल्ली ।। ०६.०१.२०२० ।।
केन्द्रीय आयुष मंत्रालय ने विभिन्न देशों में आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति की बढ़ती लोकप्रियता को ध्यान में रखते हुयें और इस चिकित्सा पद्धति के माध्यम से सेवा करनें वाले व्यवसायीयों को पंजीकृत करने के उद्देश्य से नवीन राष्ट्रीय आयुर्वेद विधापीठ की स्थापना का निर्णय लिया हैं ।
केन्द्रीय सरकार द्धारा प्रकाशित गजट नोटिफिकेशन के अनुसार
इस नवीन राष्ट्रीय आयुर्वेद विधापीठ की स्थापना के माध्यम से आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के साथ चिकित्सा कर रहें वो प्रेक्टिशनर लाभान्वित होंगे जो आई.एम.सी.सी.अधिनियम 1970 में सूचिबद्ध नही किये गयें हैं ।
राष्ट्रीय आयुर्वेद विधापीठ अपने अंतर्गत एक राष्ट्रीय आयुर्वेद बोर्ड का गठन करेगा जिसमें विशेषज्ञों के माध्यम से आयुर्वेद चिकित्सा का सुदृढीकरण करनें की योजना को अमलीजामी पहनाया जावेगा ।
केन्द्रीय आयुष मंत्रालय ने विभिन्न देशों में आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति की बढ़ती लोकप्रियता को ध्यान में रखते हुयें और इस चिकित्सा पद्धति के माध्यम से सेवा करनें वाले व्यवसायीयों को पंजीकृत करने के उद्देश्य से नवीन राष्ट्रीय आयुर्वेद विधापीठ की स्थापना का निर्णय लिया हैं ।
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राष्ट्रीय आयुर्वेद विधापीठ |
केन्द्रीय सरकार द्धारा प्रकाशित गजट नोटिफिकेशन के अनुसार
इस नवीन राष्ट्रीय आयुर्वेद विधापीठ की स्थापना के माध्यम से आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के साथ चिकित्सा कर रहें वो प्रेक्टिशनर लाभान्वित होंगे जो आई.एम.सी.सी.अधिनियम 1970 में सूचिबद्ध नही किये गयें हैं ।
राष्ट्रीय आयुर्वेद विधापीठ अपने अंतर्गत एक राष्ट्रीय आयुर्वेद बोर्ड का गठन करेगा जिसमें विशेषज्ञों के माध्यम से आयुर्वेद चिकित्सा का सुदृढीकरण करनें की योजना को अमलीजामी पहनाया जावेगा ।
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