सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

सितंबर, 2016 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

कांकायन वटी,kankayan vati,

कांकायन वटी (kankayan vati) ::: कांकायन वटी आयुर्वैद चिकित्सा में अपना अनुपम स्थान रखती हैं. इसके बारें में एक श्लोक हैं, कि कांकायनेन शिष्येभ्य : शस्त्रक्षाराग्निभिर्विना |भिषग्जितमिति प्रोक्तं श्रेष्ठमशोविकारिणाम् || बथुआ घट़क (content) ::: ० हरड़ (Terminalia chebula). ० कालीमिर्च (piper nigrum) . ० सौंठ ( Zingiber officinale). ० जीरा ( cuminum cyminum). ० पीपलीमूल (piper longum).  ०  चव्य  ० चित्रक (plumbago zeylanica). ० शुद्ध भिलावा (semecarpus anacardium). ० यवक्षार (potasil carbonas).   उपयोग (uses)::: ० खूनी बवासीर (bleeding piles). ० कब्ज (constipation). ० एसीडीटी (acidity). ० ग्रहणी ( bawl disesease). मात्रा ( Dosage)::: पानी या छाछ के साथ वैघकीय परामर्श से. ० अश्वगंधा • कब्ज का इलाज ० पश्चात के औषधीय उपयोग

मेथी के फायदे और इसमें पाए जाने वाले पौषक तत्व। fenugreek

#1.मेथी (fenugreek)  मेथी दो प्रकार की होती हैं, एक साधारण मेथी दूसरी कसूरी मेथी .साधारण मेथी तेजी से बढ़नें वाली होती हैं,वही कसूरी मेथी की बढ़वार धीमी होती हैं.मेथी की पत्तियाँ और बीजों का सब्जी तथा औषधि के रूप में प्रयोग होता हैं. #2.पाये जानें वाले पोषक तत्व  प्रति सौ ग्राम हरी मेथी और बीज़ में पाये जानें वालें तत्व हरी पत्ती   नमी.  प्रोटीन.  वसा.  रेशा.  कार्बोहाइड्रेट.  ऊर्जा.   86.1.  4.4.     0.9.    1.1.     6.0gm.          49 kg/cal. आयरन.   विटामिन B-2. विटामिन C  कैल्सियम  19.3mg.  0.3mg.            53.             395 बीज      नमी.    प्रोटीन.   वसा.  रेशा. कार्बोहाइड्रेट.       8.8.      23.       7.      10 .      58.4  ऊर्जा      कैल्सियम.    आयरन.   विटा.B-2. 323.         175.             34.        2.0.                  विटा.c 3.0. इसके अलावा मेथी में वाष्पशील तेल, स्थिर तेल, स्टेराइड यौगक फेनूग्रीकाइन,ट्राइगोनेलाइन,डाइओस्जेनिन,कोलाइन एँव मोलानिक एसिड़ पायें जातें हैं. #3.मेथी के फायदे #1. मेथी के बीज का च

BODY MASS INDEX (BMI),बाँडी मास इंडेक्स,

बाँडी  मास इंडेक्स (BMI) क्या हैं| Body mass index kya his  ::: बाँडी मास इंडेक्स (BMI) वज़न और स्वास्थ से संबधित सूचकांक हैं.जो व्यक्ति के वजन के हिसाब से लम्बाई बताता हैं.इसके माध्यम से वज़न और वज़न की वज़ह से होनें वालें रोगों की पहचान की जाती हैं.body mass index का  आविष्कार बेल्जियम के एडोल्फ केटलेट नामक व्यक्ति ने किया था. इसकी स्केल क्या हैं ::: यह चार स्तर पर परिणाम दिखाता हैं below 18.5.          under weight       18 - 25.              fit          25 - 30.            obesity        30 - 40.             advanced obesity    above 40.             morbid obesity.         बाँडी मास इंडेक्स कैसें निकाला जाता हैं body mass index kese nikala jata hai ::: BMI मीटर में ऊँचाई को दोगना कर वज़न से गुणा कर निकाला जाता हैं.इसका सूत्र इस प्रकार हैं.     weight (kg) / height ( metre)2 उदाहरण के लिये किसी व्यक्ति का वज़न 60 किलोग्राम हैं, और उसकी लम्बाई 1.5 मीटर हैं. तब BMI होगा               60 / 1.5 ×1.5 = 20 Body mass index chart

SHIVAKSHAR PACHAN CHURNA। HINGWASHTAK CHURNA । शिवाक्षर पाचन चूर्ण,। हिंग्वाष्टक चूर्ण,

शिवाक्षर पाचन चूर्ण (SHIVAKSAR PACHAN CHURNA) ::: घट़क (content)::: ० सौंठ (Zingiber officinale). ० हींग ( ferula foetida). ० कालीमिर्च (piper nigrum). ० अजमोद (Apium graveolans). ० कालाजीरा (carum carvi). ० जीरा (cuminum cyminum). ० सेंधा नमक (Sodii choloridum). ० पीपली (piper longum). ० शोधित हरड़ (Terminalia chebula). ० सज्जीखार ० अरहर के औषधीय प्रयोग उपयोग ( indication) ::: ० यह चूर्ण पाचक,अग्निवर्धक और यकृत (liver) को शक्ति प्रदान करता हैं. ० कब्ज, उल्टी में. ० आंतों में सूक्ष्म कृमि होनें पर इससे तत्काल लाभ मिलता हैं. ० पेट में गैस होनें पर,एसीडीटी में इसका विशेष उपयोग हैं. मात्रा ::: वैघकीय परामर्श से. हिंग्वाष्टक चूर्ण (hinwasthak churna) ::: हिंग्वाष्टक चूर्ण के बारें में भैषज्य रत्नावली में वर्णन हैं,कि, त्रिकटुकमजमोदां सैन्धवं जीरकं द्धे,समधरणघृतानामष्टमों हिंगु भाग :|प्रथमकवलभुक्तं सर्पिषा चूर्णमेत |ज्जनयति जठराग्निं वातरोगाश्च हन्ति || हिंग के गुण के बारें में लिखा गया हैं,कि हिंग्गू

WHAT IS GUGGULU,DEFINITION, CHARACTERISTIC,

 यज्ञ What is guggulu  Guggulu is described as "Agni sthana" and used for Dhupa.In atharva Veda it is mentioned that yaksma and other diseases will not spread to the areas fumigated by guggulu. sayana also introduced it as a well known "Dhupana dravya". It was used for the treatment of diseases of cattle. Guggulu is  anexudates (niryasa) obtained from the plant commiphora mukul.preparation having the exudate as main effective ingredient are known as guggulu. There are five different varieties of guggulu described in the texts.However, two of the varieties,namely mahisaksa and kanaka guggulu are usually preferred for medicinal preparation. mahisaksa guggulu is dark greenish brown and kanaka guggulu is yellowish brown in colour. गुग्गुलु प्रसिद्धं धूपसाधनम् न तं यक्ष्मा अरून्धते नैवं शपथो अश्नुते | यं भेषजस्य गुल्गुलो: सुरभिन्धो अश्नुते || It is observed that the internal usage of guggulu increased during samhita period only.susruta documented that

भारत की स्वास्थ्य व्यवस्था का आलोचनात्मक मूल्यांकन - जवान होता हुआ भारत,बुढ़ाता जनस्वास्थ

भारत की स्वास्थ्य व्यवस्था का आलोचनात्मक मूल्यांकन - जवान होता हुआ भारत,बुढ़ाता जनस्वास्थ भारत विश्व की सबसे युवा जनसँख्या वाला देश हैं, जहाँ की 65% जनसँख्या 35 वर्ष से कम उम्र की हैं,जानकार इसे भारत उदय के रूप में देख रहे हैं. लेकिन जब हम जनस्वास्थ के दृष्टिकोण से देखें तो शायद इस बात पर यकीन करना थोड़ा मुश्किल होता हैं,आईये जानतें हैं हक़ीकत क्या कहती हैं.   कुपोषण और मातृ - शिशु मृत्यु दर  भारत अपनी GDP का 1.15 प्रतिशत स्वास्थ्य पर ख़र्च करता हैं,यदि खाद्य सुरक्षा कानून (food security act) और मध्यान्ह भोजन योजना (mid day meal) को इसमें शामिल कर दिया जावें तो यह राशि GDP के कुल 8% के करीब बेठती हैं,लेकिन कुपोषण और मातृ मृत्यु के मामलें में हम विकसित राष्ट्रों से मीलों दूर हैं. और इन दोनों मामलों में दहाई के अंक से निचे नहीं आ रहे हैं.म.प्र. में तो कुपोषण 52 प्रति हज़ार हैं,जबकि प्रदेश प्रोटीन के सबसे बढ़े स्त्रोंत सोयाबीन उत्पादन में भारत का अग्रणी राष्ट्र हैं. देश की गर्भवती स्त्रीयों में यदि एनिमिया की चर्चा करें तो यह दर 44% हैं. किशोरियों में तो 79%  खून की कमी का सा

kaishore gugul,कैशोर गुग्गुल, Trayodashanga gugul,त्रयोदशांग गुग्गुल

#कैशोर गुग्गुल (Kaishore gugul) ::: कैशोर गुग्गुल के बारें में एक प्रसिद्ध श्लोक वर्णन हैं,कि  " कैशोरकाभिधानोsयं गुग्गुल: कान्तिकारक:"   घट़क (content) ::: ० हरड़ (Terminalia chebula). ० बहेड़ा (Terminal is bellerica). ० आंवला  (Emblica officinalis). ० सौंठ (Zingiber officinale). ० गिलोय  (Tinospora cordifolia). ० कालीमिर्च (piper nigrum). ० पिपली (piper longum). ० वायविड़ंग (Emblia robes). ० निसोंठ (operculina turpethum). ० दन्तीमूल ( Baliospermumm ontanum) ० घृत (ghee). ० शुद्ध गुग्गुल (commiphora makul). रोगाधिकार (indication) ::: ० कुष्ठ      -     खैर क्वाथ या मंजिष्ठा क्वाथ के साथ ० वातरक्त  -   मंजिष्ठा,गिलोय अथवा पंचतिक्त क्वाथ के साथ. ० व्रण.      -  खैर क्वाथ के साथ. ० प्रमेह ( Diabetes) .     -   आंवला रस के साथ. ० भगंदर.   -  त्रिफला क्वाथ के साथ. ० मंदाग्नि   -  त्रिकटु के साथ . ० कास.    -  मुनक्का व पीप्पली के साथ. ० शोध.    -  पुनर्नवा,गोक्षरू क्

तम्बाकू (Tobacco) और उससे होनें वालें स्वास्थगत नुकसान का विश्लेषण

भारत में तम्बाकू (Tobacco) का इतिहास भारत में तम्बाकू (Tobacco) मुगलों के समय प्रचलन में आया कहा जाता हैं,कि बादशाह अकबर को एक पुर्तगाली जिसका नाम वर्नेंल था ने एक सुंदर चिलम और तम्बाकू भेंट़ किया था, अकबर को चिलम मुँह में रखकर धुँआ छोड़नें में इतना मज़ा आया कि सब दरबारी भी इसे राजसी वस्तु समझकर इसके दीवानें हो गयें ,इसके बाद जहाँगीर के शासनकाल में भारत तम्बाकू का बड़ा उत्पादक बन गया और इसे अन्य रूपों जैसे हुक्का,खैनी आदि रूपों में उपयोग किया जानें लगा. #2.तम्बाकू की लत क्यों होती हैं tamaku ki lat ::: ऐसा क्यों होता हैं,कि दो चार बार तम्बाकू सेवन करनें के बाद मनुष्य इसका आदि होनें लगता हैं .इसका कारण हैं,जीन जिसका नाम रखा गया हैं,डेल (Del) यह डेल नामक जीन निकोटीन का स्तर खून में बनाये रखता हैं,और कम होनें पर तुरन्त मस्तिष्क को निकोटीन प्राप्त करनें का सन्देंश देता हैं.इस प्रकार मनुष्य तम्बाकू की और उन्मुख होता चला जाता हैं. #3.तम्बाकू में पाये जानें वाले तत्व  :::  1.निकोटीन.     |   कैंसर , उच्च रक्तचाप .  2.कार्बन मोनो. |   ह्रदय रोग ,अस्थमा.  3.मार्श गैस

आत्महत्या व्यक्तित्व का गंभीर नकारात्मक पहलू

आत्महत्या (suicide) व्यक्तित्व का ऐसा नकारात्मक पहलू हैं,जो विश्व के प्रत्येक राष्ट्र में घट़ित हो रहा हैं.चाहे राष्ट्र विकसित हो,विकासशील हो,या अल्पविकसित हो. लोग हर परिस्थितियों में अपनें को मौत के आगोश में धकेल रहे हैं,चाहें बीमारी हो,असफलता हो,तनाव हो,अकेलापन हो,सम्मान की हानि हो,बेरोज़गारी हो, अत्यधिक खुशी हो, सफलता का अत्यधिक नशा हो कहनें का तात्पर्य यही हैं,कि लोग हर परिस्थिति में आत्महत्या करतें हैं. लेकिन क्या इन आत्महत्याओं को रोका जा सकता हैं.बेशक रोका जा सकता हैं.जीनें की चाह हर प्राणी में होती हैं.कोई शिशु या अबोध बालक आत्महत्या नहीं करता हैं,आत्महत्या करनें वाला इसके परिणाम के प्रति पूर्व परिचित होता हैं. तो व्यक्तित्व में ऐसा क्या परिवर्तन किया जावें कि आत्महत्या का विचार त्याग दे,कुछ सुझाव निम्न हैं ::: ० जीवन अनमोल हैं ::: आत्महत्या करनें वाला व्यक्ति जीवन को सबसे बड़ा बोझ मानकर इसे समाप्त करनें को तत्पर रहता हैं,लेकिन यदि हम उस व्यक्ति को कुछ बातें समझानें में कामयाब हो गये तो निश्चित रूप से उसे जीवन का निहितार्थ समझ में आ जावेगा जैसे सुख हैं तो दुख हैं

Monosodium glutamate

monosodium glutamate (MSG) is the sodium salt of glutamic acid and is made from molasses through a fermentation process. MSG is used in the food industry to enhance the flavour of food. It can be found under the names ::: ० sodium glutamate. ० glutamine natrium. ० E 621. ० Aji - no- moto. #2.foods that contain MSG ::: Recently, Instant Noodles were banned in many states of india because of their high MSG content.well,you can find it in ::: ० spices. ० canned food. ० fast food. ० broths. ० precooked sauces. ० sweets. ० ice cream. ० cake etc. MSG'S role is to give an illusion to the brain that the food is very delicious. MSG tricks our brain, so even bland food tastes wonderful. children for example, get used to the taste of the sweets made extremely flavourful by using MSG.and find authentic homemade food uninteresting. This flavour enhancer is a substance that "tricks" the brain that the food has extraordinary taste.MSG,thus,ac

केला एक सम्पूर्ण आहार,BANANA A COMPLETE DIET

परिचय ::: केला मूल रूप से दक्षिण - पूर्व एशिया का फल हैं,जो कालान्तर में अपनी बेजोड़ स्वाद विशेषता और औषधि गुणों के कारण सम्पूर्ण विश्व में लोकप्रिय हो गया.  भारत में केले की पत्तियों, केले का तना ,केले का फूल और दूध का इस्तेमाल खानें से लेकर औषधि तक में किया जाता हैं,इसी कारण इसे भारत में " विद्धानों का फल " कहा जाता हैं. केले में मौजूद पौषक तत्व ऊर्जा           कार्बोहाइड्रेट            शर्करा   90  kcal.     22.84 %.         12.23%      वसा             प्रोटीन.    चिकनाई                 0.33%.        1.09%.      0.60% खनिज़ लवण.         पोटेशियम आक्साइड़ 0.80%.                         11.10% सोड़ियम आँक्साइड़      कैल्सियम आक्सा       5.61%.                       0.68%  फास्फोरस            जिंक.        विटा. B 1 3.00%.                1.0%.      0.07 mg विटा.B 2.          विटा.B 3.    विटा.B 5    0.86mg.          0.83 mg.    0.34mg.  विटा.B 6.           विटा.B 9.  0.88 mg.           29 mg.